महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि राज्य का उद्देश्य इस दशक के अंत तक 1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनना है। पुणे में ‘एनविज़निंग $1 ट्रिलियन महाराष्ट्र’ कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि 2032 तक यह लक्ष्य पूरा होने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र ने पिछले साल इस लक्ष्य का आधा हिस्सा पहले ही पूरा कर लिया है। अगर थोड़ा और प्रयास किया जाए, तो 2028-2030 तक यह मील का पत्थर हासिल किया जा सकता है।
जलयुक्त शिवार 3.0 योजना का आगाज़
फडणवीस ने राज्य में जल संरक्षण के लिए जलयुक्त शिवार 3.0 योजना की घोषणा की। इस योजना के तहत मौजूदा जल संरचनाओं की मरम्मत और जल संरक्षण के नए उपाय लागू किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इससे राज्य में सूखा प्रबंधन और जल भंडारण में सुधार होगा। जलयुक्त शिवार 2.0, जिसे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शुरू किया था, अब समाप्त हो रहा है और तीसरा चरण जल्द ही लागू होगा।
जल संरक्षण के नए आयाम
फडणवीस ने बताया कि जलयुक्त शिवार योजना के पहले दो चरणों ने राज्य को सूखा मुक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अब तीसरे चरण में जल संरक्षण संरचनाओं को अधिक प्रभावी बनाया जाएगा।
पुणे में कानून-व्यवस्था पर चर्चा
कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर फडणवीस ने कहा कि पुणे में अपराध दर को लेकर चिंतित होने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि एक भी अपराध की घटना को गंभीरता से लिया जाना चाहिए और इसे रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं।
युवा मानव संसाधन का योगदान
मुख्यमंत्री ने राज्य के युवाओं की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि उनका कौशल और ऊर्जा महाराष्ट्र को 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में अहम भूमिका निभाएंगे।
महाराष्ट्र अपनी आर्थिक और सामाजिक प्रगति के लिए नए आयाम स्थापित कर रहा है। फडणवीस की योजनाएं राज्य को न केवल आर्थिक रूप से मजबूत बनाएंगी, बल्कि जल संरक्षण और कानून-व्यवस्था में भी नई दिशा देंगी।