पूर्व सांसद इम्तियाज जलील ने कहा कि ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) आगामी विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हराने के लिए महाराष्ट्र में विपक्ष के महा विकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन के साथ गठबंधन करने को इच्छुक है।
एआईएमआईएम की राज्य इकाई के अध्यक्ष इम्तियाज जलील ने कहा कि पार्टी का मानना है कि एमवीए के साथ गठबंधन करना लाभकारी होगा। उन्होंने कहा कि अगर एमवीए गठबंधन में हमें शामिल करता है तो यह दोनों के लिए फायदेमंद होगा, लेकिन अगर ऐसा नहीं होता है, तो एआईएमआईएम स्वतंत्र रूप से चुनावी रणनीति तैयार करने को तैयार है।
जलील ने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी ने लोकसभा चुनावों के दौरान भी भाजपा को हराने की बात की थी और अब वे एमवीए के साथ गठबंधन के लिए फिर से प्रस्ताव दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह एमवीए पर निर्भर करता है कि वे उन्हें गठबंधन में शामिल करते हैं या नहीं।
महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ भाजपा और उनके गठबंधन सहयोगी राकांपा और शिवसेना (महायुति) को हराने के लिए विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के साथ चुनावी रणनीति तैयार की जा रही है।
जब उनसे पूछा गया कि क्या एआईएमआईएम को एमवीए के घटक शिवसेना (यूबीटी) से कोई समस्या है, तो जलील ने जवाब दिया कि भाजपा ने देश को नुकसान पहुंचाया है, इसलिए वे किसी भी कीमत पर भाजपा को सरकार से दूर रखना चाहते हैं। हालांकि, उन्होंने प्रकाश अंबेडकर के नेतृत्व वाली वंचित बहुजन अघाड़ी (वीबीए) के साथ गठबंधन करने से मना कर दिया। लोकसभा चुनाव में एआईएमआईएम कोई सीट नहीं जीत पाई और 2019 के चुनाव में जो एकमात्र सीट जीती थी, औरंगाबाद भी शिवसेना के खाते में चली गई।