दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के ऐलान के बाद भाजपा उन पर हमलावर हो गई है। भाजपा इसे केवल ‘अभिनय’ बता रही है। भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने भी इस मामले में कड़ा प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि भारत के इतिहास में कोई ऐसा मुख्यमंत्री नहीं मिलेगा जिसे न्यायालय ने उसके पद से हटाया हो। संविधान के तहत, अगर कोई मुख्यमंत्री जेल जाता है, तो उसे स्वेच्छा से इस्तीफा देना चाहिए ताकि पार्टी से कोई और नेता मुख्यमंत्री पद संभाल सके।
मनोज तिवारी ने अपने हमले को जारी रखते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल का अहंकार दिल्ली की समस्याओं से भी बड़ा है। उन्होंने दावा किया कि केजरीवाल को एक तरह से मुख्यमंत्री पद से निलंबित कर दिया गया है। अदालत ने उन पर कुछ प्रतिबंध लगाए हैं, जिसके तहत वह मुख्यमंत्री कार्यालय में नहीं जा सकते और किसी भी फाइल पर हस्ताक्षर नहीं कर सकते।
मनोज तिवारी ने तंज कसते हुए कहा कि मैंने सिनेमा का बहुत अभ्यास किया है, लेकिन अरविंद केजरीवाल जैसा बड़ा अभिनेता मैंने कभी नहीं देखा। उनके इस बयान ने राजनीतिक हलकों में काफी चर्चा बटोरी है।
दिल्ली के मंत्री और आप नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जल्द ही अपना इस्तीफा सौंपेंगे। इस्तीफा स्वीकार होने के बाद विधायक दल की बैठक होगी, जिसमें नया नेता चुना जाएगा। भारद्वाज ने यह भी बताया कि पूरी प्रक्रिया एक सप्ताह के भीतर पूरी हो जाएगी।