50% LikesVS
50% Dislikes
नई दिल्ली,न्यूज़ डेस्क (नेशनल थॉटस) : दिल्ली के कंझावला कांड में जैसे-जैसे इस मामले की जांच आगे बढ़ रही है, कई नए खुलासे हो रहे हैं। इस पूरे मामले की इकलौती चश्मदीद गवाह मृतका की सहेली के बयान के बाद इस मामले में एक नई बहस छिड़ गई है। आइए जानते हैं इस पूरे मामले में अब क्या-क्या सवाल उठ रहे हैं।
स्कूटी और कार के एक्सीडेंट से पहले क्या हुआ :
सुल्तानपुरी मामले में मृतका की सहेली ने पुलिस को दिए बयान में बड़ा खुलासा किया है। उसने बताया है कि कार से टकराने से पहले उनकी स्कूटी ट्रक से टकराते-टकराते बची थी। उसने दावा किया कि घटना के समय मृतका ने काफी शराब पी रखी थी। वह होश में नहीं थी। घर आने के दौरान वह स्कूटी चला रही थी। उसने बताया कि ट्रक से टकराने के दौरान किसी तरह से हादसे को टाल दिया था।
कार चालक ने जानबूझकर मारी टक्कर :
सहेली की मानें तो घटना के समय कार सामने से आ रही थी और सामने से टक्कर होने के बाद मृतका कार के नीचे फंस गई। उसे चोट नहीं लगी थी। कार पर काला शीशा चढ़ा हुआ था। वह कार के अंदर कुछ देख नहीं पाई। अपने बयान में उसने दावा किया कि कार में कोई संगीत नहीं बज रहा था। आरोपियों को पूरी जानकारी थी कि उनकी गाड़ी के नीचे एक लड़की फंस गई है। उसने बताया कि कार चालक ने जानबूझकर स्कूटी में टक्कर मारी थी। गाड़ी में बैठे आरोपियों ने जानबूझकर उसकी सहेली को इतने किलोमीटर तक घसीटा।
घटना से पहले होटल में रुकी थी मृतका :
जांच के दौरान पुलिस मृतका के घर आने के रास्ते में लगे सीसीटीवी कैमरे की जांच करते हुए रोहिणी के सेक्टर-23 के उस ओयो होटल तक पहुंच गई,जहां से घटना वाली रात मृतका अपनी स्कूटी से घर के लिए निकली थी। होटल में छानबीन करने पर पता चला कि मृतका अपनी सहेली के साथ होटल में पार्टी मनाने आई थी और युवतियों ने ही कमरा बुक किया था। देर रात उनके कुछ पुरुष दोस्त भी मिलने आए थे। इस दौरान दोनों युवतियों में झगड़ा हो गया। दोनों एक-दूसरे को गालियां दे रही थीं। मैनेजर ने दूसरे ग्राहकों के परेशान होने की बात कहकर उन्हें होटल से निकाल दिया।
कार और स्कूटी की टक्कर के बाद क्या हुआ :
किशन विहार में मात्र 25 सेकंड में हुई इस दुर्घटना में मृतका अगले बंपर और पहियों के बीच फंस गई थी। कार सवार आरोपियों को पता था कि उन्होंने स्कूटी सवार युवतियों को टक्कर मार दी है। इसके बाद ये मौके से भाग लिए। घटनास्थल से ढाई किलोमीटर चलने के बाद आरोपियों को लगा कि कार में कुछ अटका हुआ है। इन्होंने बाहर झांककर देखा तो कार के नीचे बाहर निकला युवती का हाथ दिखाई दिया। वह कार से उतरने लगे तभी उन्होंने कुछ दूरी पर पीसीआर गाड़ी खड़ी देखी। इसके बाद आरोपी मौके से भाग खड़े हुए।