जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव 2024 से पहले, पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने 1987 में चुनावी धांधली और मकबूल बट्ट की फांसी को एनसी शासन की देन बताया। महबूबा मुफ्ती ने कहा कि इन घटनाओं के कारण घाटी में आतंकवाद बढ़ा।
कांग्रेस-एनसी गठबंधन पर टिप्पणी करते हुए महबूबा मुफ्ती ने कहा कि यह गठबंधन कोई नई बात नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि एनसी ने मुस्लिम यूनाइटेड फ्रंट (एमएएफ) को दरकिनार करने के लिए धांधली की, जिसके चलते जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा मिला।
आगामी विधानसभा चुनाव पर महबूबा मुफ्ती ने जोर देकर कहा कि पीडीपी हमेशा से ही अकेले चुनाव लड़ती रही है। उन्होंने कहा, “हमने हमेशा अकेले चुनाव लड़ा है और जनता के समर्थन से अपनी लड़ाई जारी रखी है। हमारा मुख्य एजेंडा जम्मू-कश्मीर के लोगों को सम्मान और शांति के साथ जीवन जीने का अधिकार देना है।”
महबूबा मुफ्ती ने स्पष्ट किया कि पीडीपी का उद्देश्य जम्मू-कश्मीर को गरिमा और शांति के युग में स्थापित करना है। उन्होंने कहा कि पीडीपी का यह संघर्ष जनता के हित के लिए है, चाहे कोई साथ हो या न हो, लेकिन लोग हमारे साथ होने चाहिए।
कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के चुनाव पूर्व गठबंधन के सवाल पर महबूबा ने कहा कि पीडीपी अपने एजेंडे पर मजबूती से डटी रहेगी और आगामी चुनाव में अपने दम पर जनता के लिए संघर्ष करेगी।