केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ को उनके मोबाइल पर एक धमकी भरा मैसेज प्राप्त हुआ, जिसमें 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई। इस गंभीर मामले की शिकायत उन्होंने तुरंत दिल्ली पुलिस से की।
घटना का विवरण
मैसेज की समय-सीमा: धमकी भरा मैसेज शुक्रवार शाम को उनके मोबाइल पर आया।
पुलिस कार्रवाई: संजय सेठ ने उसी शाम दिल्ली के डीसीपी से मुलाकात की और मामले की सूचना दी।
जांच की प्रगति: शुरुआती जांच में पाया गया कि धमकी भरा मैसेज रांची के कांके से भेजा गया था।
झारखंड पुलिस की भूमिका: मंत्री ने इस मामले को झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता के सामने भी उठाया, जिसके बाद जांच तेज कर दी गई।
रक्षा प्रौद्योगिकी में सरकार की पहल
संजय सेठ ने लोकसभा में जानकारी दी कि रक्षा प्रौद्योगिकियों के विकास के लिए प्रौद्योगिकी विकास निधि (टीडीएफ) योजना के तहत अब तक विभिन्न उद्योगों को 334.02 करोड़ रुपये की लागत की कुल 79 परियोजनाएं मंजूर की गई हैं।
डीआईए-सीओई केंद्र: देशभर में डीआरडीओ द्वारा 15 उद्योग अकादमिक उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किए गए हैं।
मेक इन इंडिया पहल: यह योजना ‘मेक इन इंडिया’ पहल के तहत क्रियान्वित की जा रही है और इसका उद्देश्य एमएसएमई और स्टार्टअप को रक्षा प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में प्रोत्साहित करना है।
आत्मनिर्भर भारत का लक्ष्य: रक्षा प्रौद्योगिकी के डिज़ाइन और निर्माण में नए उद्योगों को शामिल करके भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में यह योजना अहम भूमिका निभा रही है।
सरकार का रुख
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियां जांच में जुटी हैं। वहीं, रक्षा प्रौद्योगिकी में संजय सेठ की सक्रिय भागीदारी से यह साफ है कि सरकार ‘आत्मनिर्भर भारत’ की दिशा में निरंतर प्रगति कर रही है।