नई दिल्ली,(नेशनल थॉट्स ) – सिक्किम में बादल फटने के बाद भारी तबाही देखी जा रही है। सेना के जवान के साथ सैकड़ों लोग लापता बताए जा रहे हैं। राज्य सरकार द्वारा दी गई जानकारी में बताया गया कि अबतक 14 लोगों की मौत हो गई है और 100 से ज्यादा लोग लापता बताए गए साथ ही 26 लोग घायल हैं।बादल फटने के बाद सिक्किम में तबाही का मंजर
सिक्किम में मंगलवार को देर रात बादल फटने के बाद खौफनाक मंजर देखने को मिल रहा है। यह बादल उत्तरी सिक्किम में ल्होनक झील के ऊपर फटा जिसके बाद तीस्ता नदी में बड़े पैमाने पर सैलाब से पूरे राज्य में भारी तबाही देखी जा रही है। राज्य में बादल फटने के बाद अचानक बाढ़ (Flash Flood) आ गई। सिक्किम में आई अचानक बाढ़ में अब तक 14 लोगों की मौत हो गई है जबकि 102 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं और 26 लोग घायल हैं। लापता लोगों के तलाशी अभियान जारी है। इस बाढ़ में आम नागरिकों के अलावा 23 सेना के जवान भी लापता चल रहे हैं।
पर्यटकों के फंसने की आशंका, सरकार की कदम
वहीं, राज्य के विभिन्न हिस्सों में 3,000 से अधिक पर्यटकों के फंसे होने की आशंका बताई जा रही है। इस अचानक आई बाढ़ में चुंगथांग में तीस्ता स्टेज 3 बांध में काम करने वाले कई मजदूर अभी भी बांध की सुरंगों में फंसे हुए हैं। स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार ने राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल की तीन (3) अतिरिक्त प्लाटून की मांग की है, जिसे केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है। रंगपो और सिंगतम कस्बों में NDRF की एक प्लाटून पहले से ही सेवा में है।
वहीं, राज्य के विभिन्न हिस्सों में 3,000 से अधिक पर्यटकों के फंसे होने की आशंका बताई जा रही है। इस अचानक आई बाढ़ में चुंगथांग में तीस्ता स्टेज 3 बांध में काम करने वाले कई मजदूर अभी भी बांध की सुरंगों में फंसे हुए हैं। स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार ने राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल की तीन (3) अतिरिक्त प्लाटून की मांग की है, जिसे केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है। रंगपो और सिंगतम कस्बों में NDRF की एक प्लाटून पहले से ही सेवा में है।