प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज ने गुजरात के वडोदरा शहर में एक भव्य रोड शो के साथ स्वागत किया। दोनों नेताओं ने एयरपोर्ट से टाटा विमान परिसर तक 2.5 किलोमीटर लंबे मार्ग पर उपस्थित लोगों का हाथ हिलाकर अभिवादन किया। यह शो भारत की समृद्ध संस्कृति को प्रदर्शित करने वाला रहा, जिसमें विभिन्न कलाकारों ने पारंपरिक प्रस्तुतियाँ दीं।
वडोदरा में दोनों प्रधानमंत्रियों ने ‘टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स’ केंद्र का संयुक्त रूप से उद्घाटन किया। यह केंद्र भारत में सैन्य विमानों के लिए निजी क्षेत्र की पहली अंतिम असेंबली लाइन (FAL) है। इसमें 40 विमान का निर्माण किया जाएगा, जबकि 16 विमान सीधे एयरबस द्वारा डिलीवर किए जाएंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में रतन टाटा को याद करते हुए कहा, “रतन टाटा हमारे बीच होते तो उन्हें बेहद खुशी होती। यह सी-295 विमान फैक्ट्री नए भारत की कार्य संस्कृति का प्रतीक है।” उन्होंने बताया कि गुजरात में रेलवे के कोच बनाने का निर्णय लिया गया था और यह फैक्ट्री तेजी से तैयार की गई थी, जिससे आज मेट्रो कोच अन्य देशों में निर्यात हो रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने भारत के रक्षा क्षेत्र की उपलब्धियों को साझा करते हुए कहा कि पिछले 5-6 वर्षों में भारत में 1000 नए रक्षा स्टार्टअप्स की शुरुआत हुई है और देश का रक्षा निर्यात 30 गुना तक बढ़ा है। इस टाटा-एयरबस फैक्ट्री से हज़ारों नौकरियों का सृजन होगा, जो कौशल और रोजगार के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छुएगा।
टाटा विमान परिसर के उद्घाटन के बाद, दोनों नेता द्विपक्षीय बैठक के लिए ऐतिहासिक लक्ष्मी विलास पैलेस गए, जहां उन्होंने कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार-विमर्श किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात के अमरेली में ‘भारत माता सरोवर’ का उद्घाटन किया, जो PPP मॉडल पर विकसित किया गया है। इस परियोजना से पानी की क्षमता में वृद्धि हुई है, जिससे स्थानीय किसानों को सिंचाई के लिए अतिरिक्त पानी मिलेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने अमरेली में 4,900 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया, जिससे गुजरात के कई जिलों को लाभ मिलेगा। इसके अंतर्गत सड़क परियोजनाएं, जल आपूर्ति परियोजनाएं और रेल गेज परिवर्तन परियोजनाएं शामिल हैं।
प्रधानमंत्री ने नवदा से चावंड बल्क पाइपलाइन जैसी प्रमुख जल आपूर्ति परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इसके अलावा, कई सड़कों और बाईपास के विकास कार्यों की भी आधारशिला रखी गई। भुज-नलिया रेल गेज परिवर्तन परियोजना को भी राष्ट्र को समर्पित किया गया।
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत में बुनियादी ढांचा, रक्षा और जल आपूर्ति परियोजनाओं का तेजी से विकास हो रहा है।