केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हाल ही में इंटरनेशनल गेस्ट हाउस के बोर्ड मीटिंग हॉल में किसानों और किसान संघों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। इस बैठक में शिवराज ने किसानों की समस्याओं को ध्यान से सुना और उनके समाधान का आश्वासन दिया।
शिवराज ने कहा, “कृषि देश की रीढ़ है और किसान उसकी आत्मा हैं। किसानों की सेवा करना भगवान की पूजा करने जैसा है।” उन्होंने बताया कि किसान संघ के नेताओं ने कई उपयोगी सुझाव दिए हैं, जिन पर सरकार काम कर रही है। इनमें फसलों, फसल बीमा योजना और फसलों के नुकसान से संबंधित मुद्दे शामिल हैं।
भाजपा नेता ने कहा कि आज उन्होंने विभिन्न किसान संगठनों के साथ चर्चा की। किसानों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किसान हित में उठाए गए कदमों की सराहना की। शिवराज ने यह भी बताया कि प्रत्येक मंगलवार को किसानों और किसान संगठनों के साथ जो संवाद शुरू किया गया है, वह सभी के लिए लाभकारी साबित हो रहा है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि यह संवाद का सिलसिला लगातार जारी रहेगा।
गौरतलब है कि पिछले कुछ समय से मोदी सरकार और किसानों के बीच तनातनी चल रही है। इसी संदर्भ में, संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ने पिपली में ‘किसान महापंचायत’ का आयोजन किया। इस महापंचायत में किसानों ने आगामी हरियाणा विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हराने का आह्वान किया।
किसान संगठनों ने फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी समेत कई अन्य मांगों को लेकर सरकार पर दबाव बनाने के लिए ‘दिल्ली चलो’ मार्च की योजना बनाई है। प्रदर्शनकारी किसान 13 फरवरी से पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू और खनौरी सीमा पर डटे हुए हैं। पिपली में हुई इस महापंचायत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के किसानों ने हिस्सा लिया और तीन अक्टूबर को देशभर में ‘रेल रोको’ आंदोलन करने का फैसला किया।
यह बैठक और किसान संघों के साथ संवाद मोदी सरकार की कृषि नीतियों को मजबूती प्रदान करने का एक महत्वपूर्ण कदम है।