नई दिल्ली,(नेशनल थॉट्स ) – “मेरी माटी मेरा देश” कैंपेन के तहत अब तक राष्ट्रीय स्तर पर 4,419 से अधिक ब्लॉकों में सफल कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं। इसके साथ ही 36 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में 2.33 लाख से अधिक शिलाफलकम का निर्माण भी किया जा चुका है। ये शिलाफलक 36 राज्यों/केंद्र-शासित प्रदेशों में स्वतंत्रता सेनानियों और सुरक्षा बलों को समर्पित किए गए हैं। केवल इतना ही नहीं, इसकी गवाही देती है पंच प्रण प्रतिज्ञा, जिसके अंतर्गत लगभग 40 मिलियन सेल्फी वेबसाइट पर अपलोड की जा चुकी हैं। इससे एक बात तो साफ है कि सरकार के इस अभियान में व्यापक जनभागीदारी देखने को मिल रही है।
वसुधा वंदन थीम के तहत हुआ कार्य
यानी सरकार का यह अभियान काफी रंग जमा रहा है। इसे लेकर संस्कृति मंत्रालय का कहना है कि मेरी माटी, मेरा देश अभियान के तहत देश भर में बहादुरों का सम्मान करते हुए 200,000 से अधिक अभिनंदन कार्यक्रम आयोजित किए हैं। वसुधा वंदन थीम के तहत, 236 मिलियन से अधिक स्वदेशी पौधे लगाए गए हैं और 2.63 लाख अमृत वाटिकाएं बनाई गई हैं।
देश के हर घर तक पहुंचना पहल का लक्ष्य
इस अखिल भारतीय आउटरीच पहल का लक्ष्य देश के हर घर तक पहुंचना है। एक महत्वपूर्ण सहयोगात्मक प्रयास में कई मंत्रालय, राज्य सरकारें, नेहरू युवा केंद्र संगठन, क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्र, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल, भारतीय डाक, माइटी और कोयला, गांवों में हर घर से मिट्टी इकट्ठा करने के महत्वपूर्ण कार्य में सक्रिय रूप से लगे हुए हैं।
किस लिए शुरू किया यह अभियान ?
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रव्यापी अभियान मेरी माटी मेरा देश 9 अगस्त, 2023 को उन साहसी व्यक्तियों को सम्मानित करने के लिए शुरू किया गया था, जिन्हें ‘वीर’ के नाम से जाना जाता है, जिन्होंने देश के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया। यह पहल ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के समापन का प्रतीक है, जो 12 मार्च, 2021 को शुरू हुआ और पूरे भारत में 200,000 से अधिक कार्यक्रमों के आयोजन के माध्यम से व्यापक सार्वजनिक भागीदारी (जनभागीदारी) देखी गई।
देशभर में अमृत कलश यात्राओं के साथ अभियान अपने अंतिम चरण में कर रहा प्रवेश
मंत्रालय ने बताया कि देशभर में अमृत कलश यात्राओं के साथ मेरी माटी मेरा देश” (एमएमएमडी) अभियान अपने अंतिम चरण में प्रवेश कर रहा है। अमृत कलश यात्राएं 30 और 31 अक्टूबर, 2023 को एक भव्य समारोह के रूप में कर्तव्य पथ पर अपने शिखर पर पहुंचेंगी।
स्मारकीय कलश में रखी जाएगी देशभर से एकत्रित मिट्टी
उल्लेखनीय है कि इस राष्ट्रव्यापी पहल की भव्य परिणति के दौरान हमारे राष्ट्र की एकता और विविधता का प्रतीक एक स्मारकीय कलश, एकत्रित मिट्टी को मिश्रित करने के लिए रखा जाएगा। देश के हर कोने से और अमृत वाटिका और अमृत महोत्सव स्मारक में समारोहपूर्वक इसे स्थान दिया गया है।