एक बार एक कौआ था। एक दिन वह बहुत प्यासा था। वह पानी की तलाश में इधर-उधर उड़ा। उसने एक जग देखा। इसमें पानी थोड़ा था। उसकी चोंच पानी तक नहीं पहुंच सकी। कौआ बहुत चतुर था। उसने एक योजना सोची। वह पत्थरों के कुछ टुकड़े लाया उसने उन्हें जग में डाले। पानी ऊपर आ गया। उसने पानी पिया। वह बहुत खुश हुआ। वह उड़ गया।