एक बार एक जंगल में एक शेर था। वह बहुत से जानवरों को मारा करता था। सभी जानवर एक बार शेर के पास दया की प्रार्थना करने गये। शेर प्रतिदिन सुबह एक जानवर खाना चाहता था। वे इसके लिए सहमत हो गये। एक दिन एक खरगोश की बारी थी। उसने शेर को सजा देने की सोची। वह शेर की गुफा में बहुत देरी से पहुँचा। शेर क्रोधित हुआ। खरगोश ने कहा कि उसे एक अन्य शेर ने रोक लिया था। वह शेर उस दूसरे शेर को मार डालना चाहता था। खरगोश उसे एक कुएँ पर ले गया। कुएँ में शेर ने अपनी परछाई देखी। वह कुएं में कूद गया। वह डूबकर मर गया। जंगल के सभी जानवर खुश हुए।
शिक्षा : बुद्धि ही बल है