आज, 15 अक्टूबर को पूर्व कैबिनेट मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी अपना 67वां जन्मदिन मना रहे हैं। वह भारतीय जनता पार्टी के पहले मुस्लिम नेता हैं, जिन्होंने भाजपा के टिकट पर चुनाव जीतकर पहली बार संसद में प्रवेश किया। इसके अलावा, वह अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में राज्यमंत्री भी रहे।
मुख्तार अब्बास नकवी का जन्म 15 अक्टूबर 1957 को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हुआ। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा प्रयागराज में प्राप्त की और आगे की पढ़ाई इलाहाबाद विश्वविद्यालय से की। कॉलेज के दिनों में वह छात्र राजनीति में सक्रिय रहे और 1975 में इमरजेंसी के दौरान गिरफ्तार हुए, जहां वह नैनी सेंट्रल जेल में रहे।
मुख्तार अब्बास नकवी समाजवादी नेता राजनारायण के करीबियों में से एक थे। जब उन्होंने राष्ट्रीय राजनीति में कदम रखा, तो उन्होंने भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने का निर्णय लिया। उन्होंने पहली बार जनता पार्टी (सेक्युलर) के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा, लेकिन सफलता नहीं मिली। बाद में, मऊ जिले की सदर विधानसभा सीट से भी हार का सामना किया।
1993 के विधानसभा चुनाव में भी नकवी को हार मिली। लेकिन 1998 के लोकसभा चुनाव में, भाजपा ने उन्हें उत्तर प्रदेश की रामपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़वाया, जहां उन्हें जीत मिली। यह भाजपा के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण था क्योंकि यह पहला अवसर था जब एक मुस्लिम चेहरा लोकसभा चुनाव जीतकर संसद पहुंचा।
मुख्तार अब्बास नकवी अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में केंद्रीय सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री बने। वह 2010 से 2016 तक यूपी से राज्यसभा के सदस्य रहे और 2016 में झारखंड से राज्यसभा के सदस्य नियुक्त हुए। मोदी सरकार बनने के बाद, उन्हें अल्पसंख्यक मामलों और संसदीय मामलों के राज्य मंत्री का कार्यभार सौंपा गया।
साल 2019 में मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में नकवी को फिर से कैबिनेट में शामिल किया गया। हालांकि, जुलाई 2022 में उन्होंने केंद्रीय मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया। अपने राजनीतिक करियर के दौरान, उन्होंने तीन किताबें भी लिखी हैं।
मुख्तार अब्बास नकवी का राजनीतिक सफर प्रेरणादायक है और उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।