**असम: नाबालिग से बलात्कार मामले में आरोपी की मौत, मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा का कड़ा कदम**
असम के नागांव जिले में एक 14 वर्षीय किशोरी से सामूहिक बलात्कार की घटना सामने आई है, जिसमें तीन आरोपियों ने पीड़िता को घायल अवस्था में एक तालाब किनारे छोड़ दिया। इस घटना के विरोध में राज्यभर में व्यापक प्रदर्शन हुए। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने घटना की गंभीरता को देखते हुए तत्काल वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और एक मंत्री को घटनास्थल पर भेजा। मुख्यमंत्री ने मंत्री को पीड़िता का हाल जानने के लिए भी भेजा और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का वादा किया।
मुख्यमंत्री के निर्देशों के चलते तीनों आरोपी शीघ्र पकड़ लिए गए, लेकिन वादे के 24 घंटे भी पूरे नहीं हुए थे कि एक आरोपी की मौत की खबर आई। पुलिस हिरासत से फरार होकर आरोपी उसी तालाब में कूद गया जहां उसने पीड़िता को घायल अवस्था में छोड़ दिया था। पुलिस ने बताया कि आरोपी को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया था और उसे क्राइम सीन का पता लगाने के लिए सुबह करीब साढ़े तीन बजे घटनास्थल पर ले जाया गया। आरोपी पुलिस हिरासत से भागकर तालाब में कूद गया, जिससे उसकी मौत हो गई। शव को दो घंटे बाद बरामद किया गया।
इस घटना पर स्थानीय लोगों की मिली-जुली प्रतिक्रियाएं हैं। कुछ लोग आरोपी की मौत पर सवाल उठा रहे हैं, जबकि कई इसे स्वागत योग्य मान रहे हैं। आरोपी के समाज ने भी उसके जनाजे में जाने से इंकार कर दिया है। स्थानीय महिलाओं ने सरकार से मांग की है कि बाकी दो आरोपियों को भी सख्त सजा दी जाए।
घटना के अनुसार, गुरुवार रात लगभग आठ बजे ट्यूशन से घर लौट रही नाबालिग पर तीन लोग मोटरसाइकिल से आए और दुष्कर्म किया। घायल अवस्था में उसे तालाब के पास सड़क किनारे छोड़ दिया गया। स्थानीय लोगों ने पीड़िता को देखा और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने उसे प्राथमिक उपचार के लिए क्षेत्रीय स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया और बाद में नागांव अस्पताल भेजा।
पुलिस महानिदेशक जीपी सिंह ने घटना की जानकारी मिलने के बाद नागांव पहुंचकर जांच की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने मामले को पॉक्सो अधिनियम और अन्य प्रासंगिक धाराओं में दर्ज किया। डीजीपी ने गश्त बढ़ाने का निर्देश दिया, खासकर स्कूलों और ट्यूशन केंद्रों के आसपास।
असम के मंत्री पीयूष हजारिका ने भी पीड़िता के स्वास्थ्य की स्थिति की जानकारी दी और आश्वासन दिया कि सरकार अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने भी कहा कि कानून दोषियों को बख्शेगा नहीं और उन्होंने आरोप लगाया कि लोकसभा चुनाव के बाद एक खास समुदाय के सदस्य अपराधों को बढ़ावा दे रहे हैं। मुख्यमंत्री ने स्थानीय मुद्दों को गंभीरता से लेने की अपील की है।
इस बीच, समाज के विभिन्न वर्गों ने दोषियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किए और महिलाओं एवं लड़कियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी राज्य सरकार की विफलता के खिलाफ प्रदर्शन किया।