हिमाचल प्रदेश में बादल फटने की घटनाओं के कारण 4 लोगों की मौत हो गई है और 50 से अधिक लोग लापता हैं। इन घटनाओं के बाद बड़े पैमाने पर तलाशी और बचाव अभियान चलाया जा रहा है। शिमला जिले के रामपुर के समेज खड्ड इलाके में कल देर रात बादल फटने के कारण अचानक और भीषण बाढ़ आ गई।
शिमला के डिप्टी कमिश्नर अनुपम कश्यप ने जानकारी दी कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF), भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP), पुलिस और होमगार्ड की टीमों ने बचाव अभियान शुरू कर दिया है। लापता लोगों का पता लगाने के लिए ड्रोन का भी इस्तेमाल किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखू ने स्थिति का जायजा लेने के लिए एक बैठक की और बताया कि बादल फटने की घटना सुबह करीब 4:40 बजे हुई। उन्होंने एएनआई को बताया कि “करीब 50 लोग लापता हैं और 4 शव बरामद किए गए हैं। अगले 36 घंटों में भारी बारिश की संभावना है। डीसी, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंच गई हैं। मैंने केंद्रीय गृह मंत्री से भी बात की है।”
मंडी जिले के पधर उपमंडल के थल्टूखोड़ में भी बादल फटने की घटना की खबर मिली है। मंडी के डिप्टी कमिश्नर अपूर्व देवगन ने बताया कि यहाँ से एक शव बरामद किया गया है और नौ लोग लापता बताए जा रहे हैं। भीषण बाढ़ के कारण कई घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं और जिला प्रशासन व एनडीआरएफ की टीमें प्रभावित क्षेत्र में भेज दी गई हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखू से स्थिति का आकलन करने के लिए बातचीत की और केंद्रीय सहायता और एनडीआरएफ का सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सभी भाजपा कार्यकर्ताओं से राहत और बचाव कार्यों में शामिल होने की अपील की।
स्वास्थ्य मंत्री के कार्यालय से जारी बयान में कहा गया है, “हिमाचल प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में बादल फटने के कारण भारी नुकसान और जनजीवन अस्त-व्यस्त होने की दुखद खबर पर मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखू से बात की और केंद्र सरकार की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष से भी बात की और सभी भाजपा कार्यकर्ताओं को राहत कार्यों में जुटने का निर्देश दिया।”
जयराम ठाकुर ने कहा, “हिमाचल के लिए यह बुरी खबर है कि पिछली बारिश में भारी नुकसान हुआ था और इस साल भी नुकसान की खबरें आ रही हैं। मैंने मुख्यमंत्री से बात की है और उन्होंने विस्तार से सारी बातें बताईं। ऐसी खबरें हैं कि 50 लोग लापता हैं। कुल्लू जिले में मलाना (प्रथम) जल विद्युत परियोजना को भी नुकसान पहुंचने की खबरें हैं। मंडी जिले में भी बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। हमें फिलहाल बचाव कार्यों पर ध्यान देना चाहिए।”
इस बीच, हिमाचल प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से भयावह दृश्य सामने आ रहे हैं, जिसमें ब्यास नदी का उफान घाटियों और कस्बों से होकर बहता हुआ दिखाई दे रहा है।