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Naturopathy, treatment without medicine - Dr. Dharmendra Kumar Mishra

Naturopathy, बिना दवाई करें इलाज – डॉ धर्मेंद्र कुमार मिश्रा

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बार-बार चक्कर आने का कारण और प्राकृतिक उपचार

चक्कर आना एक आम समस्या है, जो कई कारणों से हो सकती है। यह एक क्षणिक अनुभूति है, जिसमें आपको ऐसा लगता है कि आप घूम रहे हैं या गिरने वाले हैं। चक्कर आने के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:

निर्जलीकरण: जब आप पर्याप्त तरल पदार्थ नहीं पीते हैं, तो आपके रक्त में पानी की मात्रा कम हो जाती है, जिससे चक्कर आ सकते हैं।

कम रक्त शर्करा: जब आपके रक्त में शर्करा का स्तर कम होता है, तो आपके मस्तिष्क को पर्याप्त ऊर्जा नहीं मिल पाती है, जिससे चक्कर आ सकते हैं।

कम रक्तचाप: जब आपके रक्तचाप का स्तर कम होता है, तो आपके मस्तिष्क को पर्याप्त रक्त नहीं मिल पाता है, जिससे चक्कर आ सकते हैं। दवाएं: कुछ दवाएं, जैसे कि रक्तचाप की दवाएं, एंटीडिप्रेसेंट, और एंटीहिस्टामाइन, चक्कर आने का कारण बन सकती हैं।

आंतरिक कान की समस्याएं: आंतरिक कान में संतुलन बनाए रखने में मदद करने वाले तरल पदार्थों में असंतुलन चक्कर आने का कारण बन सकता है।

मस्तिष्क की समस्याएं: मस्तिष्क में रक्त के थक्के, स्ट्रोक, या ट्यूमर चक्कर आने का कारण बन सकते हैं।

बार-बार चक्कर आने के कुछ प्राकृतिक उपचार:

पर्याप्त तरल पदार्थ पीना: पानी, जूस, और सूप जैसे तरल पदार्थ पीने से आपके शरीर को हाइड्रेट रहने में मदद मिलेगी और चक्कर आने की संभावना कम होगी।

नियमित व्यायाम करना: व्यायाम करने से आपके रक्त प्रवाह में सुधार होता है और चक्कर आने की संभावना कम होती है।

स्वस्थ आहार लेना: स्वस्थ आहार लेने से आपको आवश्यक पोषक तत्व मिलेंगे और चक्कर आने की संभावना कम होगी।

पर्याप्त नींद लेना: पर्याप्त नींद लेने से आपके शरीर को आराम मिलेगा और चक्कर आने की संभावना कम होगी।

यदि आपको बार-बार चक्कर आते हैं, तो डॉक्टर से परामर्श करना महत्वपूर्ण है।

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