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Naturopathy, treatment without medicine - Dr. Dharmendra Kumar Mishra

बिना दवाई करें इलाज – डॉ धर्मेन्द्र कुमार मिश्रा

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क्या आपके बच्चे को बार बार पेशाब आने की समस्या है? यदि हाँ, तो आप चिंतित हो सकते हैं।

यह समस्या विभिन्न कारणों से हो सकती है:

  • मूत्राशय संक्रमण (यूटीआई): यह सबसे आम कारण है।
  • मधुमेह: यदि आपके बच्चे को बार बार पेशाब आने के साथ-साथ प्यास लगने और थकान जैसी समस्याएं भी हैं, तो यह मधुमेह का संकेत हो सकता है।
  • ओवरएक्टिव मूत्राशय: यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें मूत्राशय सामान्य से अधिक संवेदनशील होता है।
  • तनाव: कुछ बच्चों में तनाव के कारण बार बार पेशाब आने की समस्या हो सकती है।
  • कैफीन या शर्करा युक्त पेय पदार्थों का अधिक सेवन: ये पेय पदार्थ मूत्र उत्पादन को बढ़ा सकते हैं।
  • कब्ज: कब्ज मूत्राशय पर दबाव डाल सकता है, जिससे बार बार पेशाब आने की समस्या हो सकती है।

आप घर पर कुछ प्राकृतिक उपचारों का उपयोग करके इस समस्या को कम कर सकते हैं:

1. तरल पदार्थों का सेवन:

  • अपने बच्चे को दिन भर में पर्याप्त मात्रा में पानी पिलाएं।
  • कैफीन और शर्करा युक्त पेय पदार्थों से बचें।
  • फल और सब्जियां खिलाएं, क्योंकि इनमें पानी की मात्रा अधिक होती है।

2. मूत्राशय प्रशिक्षण:

  • अपने बच्चे को नियमित अंतराल पर पेशाब करने के लिए प्रोत्साहित करें।
  • धीरे-धीरे रात में पेशाब करने की आदत छुड़ाएं।

4. गर्म पानी की बोतल: पेट के निचले हिस्से पर गर्म पानी की बोतल रखने से मूत्राशय की मांसपेशियों को आराम मिल सकता है।

5. आंवला का रस:आंवला का रस मूत्र प्रणाली के लिए लाभकारी होता है और बार बार पेशाब आने की समस्या को कम करने में मदद कर सकता है।

6. क्रैनबेरी का रस: क्रैनबेरी का रस मूत्र पथ के संक्रमण को रोकने में मदद कर सकता है

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