पेरिस ओलंपिक्स में गुरुवार की देर रात को जैवलिन थ्रो मुकाबले में नीरज चोपड़ा गोल्ड मेडल जीतने से चूक गए। करोड़ों भारतीयों की उम्मीदों के बावजूद, यह स्वर्ण पदक पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के अरशद नदीम के नाम हो गया, और नीरज चोपड़ा को सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा। इसी के साथ, नीरज लगातार दो ओलंपिक्स में गोल्ड मेडल जीतने के रिकॉर्ड से भी वंचित रह गए।
इस मुकाबले में अरशद नदीम ने 92.97 मीटर की थ्रो के साथ नया ओलंपिक रिकॉर्ड बनाते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम किया। नीरज चोपड़ा छह प्रयासों में से केवल एक सफल थ्रो कर सके, जबकि बाकी सभी प्रयास फाउल रहे। अरशद नदीम के बेहतरीन प्रदर्शन की हर तरफ सराहना हो रही है।
मीडिया से बात करते हुए नीरज चोपड़ा ने कहा, “जिसने जितनी मेहनत की, उसे उसी का फल मिला। अरशद ने बहुत अच्छी थ्रो की, जो सही जगह लगी। मैं जो करना चाहता था, वो नहीं कर पाया, शायद आज मेरा दिन नहीं था। अरशद ने अपनी मेहनत से यह जीत हासिल की है, और उन्हें इसका जश्न मनाने का पूरा हक है।”
नीरज चोपड़ा आज़ादी के बाद व्यक्तिगत एथलेटिक्स में लगातार दूसरा ओलंपिक पदक जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने हैं। इस मुकाबले में नीरज का सर्वश्रेष्ठ प्रयास 89.45 मीटर का रहा, जबकि बाकी पांच थ्रो फाउल रहे। वहीं, अरशद नदीम ने अपना ही 90 मीटर का रिकॉर्ड तोड़ते हुए छठे प्रयास में 92.97 मीटर का नया ओलंपिक रिकॉर्ड बनाया। इस प्रतियोगिता में तीसरे स्थान पर ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स रहे, जिन्होंने 88.54 मीटर की थ्रो की।
नीरज चोपड़ा दो ओलंपिक पदक जीतने वाले चौथे भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं। इस उपलब्धि के साथ, उन्होंने भारतीय खेल इतिहास में एक और महत्वपूर्ण स्थान हासिल किया है।