प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को नीति आयोग की नौवीं गवर्निंग काउंसिल की बैठक में अपने भाषण के दौरान कहा कि सभी राज्यों के संयुक्त प्रयासों से ‘विकसित भारत 2047’ का सपना पूरा किया जा सकता है। पीएम मोदी ने बैठक में जोर देकर कहा कि भारत सही दिशा में आगे बढ़ रहा है और हमने 100 साल में एक बार आने वाली महामारी को पराजित कर दिया है। उन्होंने कहा कि हमारे लोग उत्साह और आत्मविश्वास से भरे हुए हैं, और संयुक्त प्रयासों से हम 2047 तक विकसित भारत का सपना साकार कर सकते हैं।
विकसित भारत 2047 का सपना**: पीएम मोदी ने बताया कि विकसित भारत 2047 हर भारतीय की महत्वाकांक्षा है और राज्य इस लक्ष्य को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
समाज और राज्य की भूमिका**: राज्य अपने लोगों से सीधे जुड़े हुए हैं और वे इस लक्ष्य को प्राप्त करने में सक्रिय भूमिका निभा सकते हैं।
भविष्य की दिशा**: मोदी ने कहा कि यह बदलाव, तकनीकी, भू-राजनीतिक और अवसरों का दशक है। भारत को इन अवसरों का लाभ उठाना चाहिए और अपनी नीतियों को अंतरराष्ट्रीय निवेश के अनुकूल बनाना चाहिए।
नीति आयोग केंद्र का शीर्ष सार्वजनिक नीति थिंक टैंक है, जिसका नेतृत्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करते हैं। इसमें सभी राज्यों के मुख्यमंत्री, कई केंद्र शासित प्रदेशों के उपराज्यपाल और केंद्रीय मंत्री शामिल होते हैं।बैठक के दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और कई विपक्षी मुख्यमंत्री शामिल नहीं हुए। हालांकि, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बैठक में शामिल हुईं, लेकिन उन्होंने आरोप लगाया कि जब उन्होंने पश्चिम बंगाल को केंद्रीय निधि से वंचित किए जाने का मुद्दा उठाया तो उनका माइक म्यूट कर दिया गया था। सरकारी सूत्रों ने इस दावे का खंडन करते हुए कहा कि उनका बोलने का समय समाप्त हो चुका था और उनकी बारी दोपहर के भोजन के बाद आनी थी।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नीति आयोग की बैठक में ‘विकसित भारत 2047’ की महत्वाकांक्षा को लेकर सकारात्मक दृष्टिकोण रखा और सभी राज्यों के संयुक्त प्रयासों पर बल दिया। विपक्षी नेताओं की अनुपस्थिति और ममता बनर्जी के आरोपों के बावजूद, बैठक का उद्देश्य भारत की प्रगति और विकास की दिशा को और स्पष्ट करना था।