पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने आरएस पुरा में एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करते हुए केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में बेरोजगारी सबसे अधिक है, और पहले यहां कोई अपराध नहीं होता था, लेकिन अब स्थिति बदल गई है।
महबूबा मुफ्ती ने उपस्थित जनसमूह से कहा कि यह आपको तय करना है कि आप इस समस्या से कैसे बाहर निकलना चाहते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया, “अगर डॉक्टर हमें अच्छा इलाज नहीं दे रहा है, तो हमें उसे बदल देना चाहिए।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तीन परिवारों वाली टिप्पणी पर भी मुफ्ती ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि जब नेशनल कॉन्फ्रेंस ने पाकिस्तान में शामिल होने की बात की थी, तब मुफ्ती मोहम्मद सईद ने कश्मीर में भारतीय ध्वज को ऊंचा उठाया था। उन्होंने कहा, “सरकार धर्मनिरपेक्ष होगी और
मुफ्ती ने बताया कि दक्षिण कश्मीर में हुए पहले चरण के चुनाव में पीडीपी नंबर एक पार्टी बनकर उभरी है।
महबूबा मुफ्ती ने तीन परिवारों — गांधी, अब्दुल्ला और मुफ्ती परिवारों को राष्ट्र-विरोधी बताने वाले मोदी के बयान की आलोचना की। उन्होंने कहा कि भाजपा के बड़े नेता यहाँ आते हैं, लेकिन वे केवल हमारा विरोध करते हैं और उनके पास लोगों को देने के लिए कुछ नहीं है।
मुफ्ती ने यह भी याद दिलाया कि राम माधव ने दो महीने तक उनके दरवाजे खटखटाए और सरकार बनाने के लिए कहा था। उन्होंने कहा कि मुफ्ती मोहम्मद सईद ने जम्मू-कश्मीर में तीन साल से अधिक समय तक सरकार चलाई, जिसे “स्वर्ण काल” कहा जाता है। “हमने जम्मू को एक सांसद, एक एमएलसी और एक विधायक दिया। किस पार्टी ने ऐसा किया है?”
यह बयान महबूबा मुफ्ती की पीडीपी के प्रति उनकी प्रतिबद्धता और केंद्र सरकार के खिलाफ उनके आक्रामक रुख को दर्शाता है।