लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने गुरुवार को टीएमसी नेता कल्याण बनर्जी द्वारा केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बारे में की गई विवादास्पद टिप्पणियों की निंदा की। उन्होंने सभी सदस्यों से अपील की कि वे अपने भाषणों में किसी भी जाति, समाज, या किसी भी व्यक्ति, विशेषकर महिलाओं पर व्यक्तिगत टिप्पणियों से बचें। बिरला ने कहा कि सदन में जो कुछ हुआ, वह अत्यंत अनुचित था, और किसी भी सम्मानित सदस्य पर ऐसी टिप्पणी नहीं की जानी चाहिए।
सदन की गरिमा और सम्मान बनाए रखने का संदेश
लोकसभा अध्यक्ष ने आगे कहा कि इस तरह की टिप्पणियाँ सदन की गरिमा के अनुरूप नहीं हैं। उन्होंने सभी सम्मानित सदस्यों से अनुरोध किया कि वे भविष्य में अपने भाषणों में किसी भी जाति, समाज, महिला, पुरुष आदि पर व्यक्तिगत टिप्पणियाँ करने से बचें। उन्होंने बताया कि कल्याण बनर्जी ने अपनी टिप्पणी के लिए सदन में माफी मांगी और इसे लिखित रूप में भी दिया।
बनर्जी की टिप्पणी से हुई सदन की कार्यवाही में रुकावट
बुधवार को तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी ने ‘आपदा प्रबंधन (संशोधन) विधेयक, 2024’ पर चर्चा करते हुए केंद्र सरकार पर कोरोना महामारी के दौरान पश्चिम बंगाल की सरकार को मदद नहीं देने का आरोप लगाया था। जब केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने इस पर आपत्ति जताई, तो दोनों पक्षों में तीखी नोकझोंक शुरू हो गई। इसी दौरान बनर्जी ने केंद्रीय मंत्री के खिलाफ एक टिप्पणी की, जिसे लोकसभा अध्यक्ष ने अस्वीकार करते हुए उसे सदन की कार्यवाही से हटाने का निर्देश दिया।
बाद में, बनर्जी ने अपनी टिप्पणी के लिए सिंधिया से माफी मांगी, लेकिन केंद्रीय मंत्री ने इसे व्यक्तिगत हमले और भारत की महिलाओं के खिलाफ बयान मानते हुए माफी स्वीकार नहीं की।