पीएम गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान (पीएमजीएस-एनएमपी)** को तीन साल पूरे हो गए हैं। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे भारत के बुनियादी ढांचे में क्रांतिकारी बदलाव लाने के लिए एक परिवर्तनकारी पहल बताया। पीएम मोदी ने 13 अक्टूबर 2021 को इस मास्टर प्लान की शुरुआत की थी, जिसका उद्देश्य विभिन्न आर्थिक क्षेत्रों को मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी प्रदान करना था।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “पीएम गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान भारत के बुनियादी ढांचे में क्रांति लाने के उद्देश्य से एक परिवर्तनकारी पहल के रूप में उभरा है।” उन्होंने बताया कि इसने मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाया है, जिससे विभिन्न क्षेत्रों में तेज और अधिक प्रभावी विकास हुआ है।
मोदी ने आगे कहा, “विभिन्न हितधारकों के निर्बाध एकीकरण से लॉजिस्टिक्स को बढ़ावा मिला है, देरी कम हुई है, और कई लोगों के लिए नए अवसर पैदा हुए हैं।” उन्होंने बताया कि गतिशक्ति की बदौलत भारत विकसित भारत के अपने विज़न को पूरा करने के लिए गति बढ़ा रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री **पीयूष गोयल** को भी टैग किया, जिन्होंने इस पहल के तीन साल पूरे होने पर इसकी सराहना की। गोयल ने कहा, “आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी के लिए पीएम गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान शुरू किए तीन साल पूरे हो गए हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि यह पहल लॉजिस्टिक्स को सुव्यवस्थित करने और कनेक्टिविटी को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है, जिससे तेजी से और अधिक कुशल परियोजना कार्यान्वयन सुनिश्चित होता है।
पीएम गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान ने भारत के विकास में एक नई दिशा दी है, जो न केवल बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने में मदद कर रहा है, बल्कि देश की आर्थिक प्रगति में भी सहायक सिद्ध हो रहा है।