केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने लोकसभा में ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ (One Nation One Election) के लिए संविधान संशोधन विधेयक पेश किया। इस बिल का उद्देश्य देश में लोकसभा और राज्य विधानसभा चुनावों को एक साथ आयोजित करना है।
कांग्रेस का विरोध
कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने इस विधेयक का विरोध करते हुए कहा कि यह विधेयक वोट देने के अधिकार पर हमला है। उन्होंने इसे संसद की संयुक्त समिति (JPC) के पास भेजने की मांग की है, ताकि इस पर विस्तार से विचार किया जा सके। गोगोई ने कहा कि यह बिल लोकतंत्र को कमजोर करने वाला है।
डीएमके का रुख
डीएमके नेता टीआर बालू ने भी सरकार से आग्रह किया कि इस विधेयक को संसदीय समिति के पास भेजा जाए। बालू ने कहा कि इस महत्वपूर्ण बिल पर विस्तृत चर्चा की जरूरत है, ताकि सभी पहलुओं पर विचार किया जा सके।
इस विधेयक को लेकर कांग्रेस और डीएमके सहित कई विपक्षी दलों ने अपनी आपत्ति जताई है, जबकि सरकार इसे राष्ट्रीय स्तर पर चुनाव प्रक्रिया को सरल बनाने और संसाधनों की बचत करने के रूप में पेश कर रही है।