लोकसभा चुनाव 2024: दिल्ली में छठे चरण का मतदान, फवाद चौधरी ने फिर से केजरीवाल का समर्थन किया**
भारत की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में लोकसभा चुनाव के छठे चरण के तहत आज मतदान हो रहा है। इस बीच, पूर्व पाकिस्तानी मंत्री फवाद चौधरी ने एक बार फिर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के समर्थन में अपनी आवाज बुलंद की है। चौधरी ने शनिवार को अपने परिवार के साथ मतदान करते हुए केजरीवाल के समर्थन का इज़हार किया। खास बात यह है कि कथित शराब उत्पाद शुल्क नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जमानत मिलने के बाद चौधरी ने केजरीवाल का समर्थन किया था।
फवाद चौधरी का समर्थन और सोशल मीडिया पर बयान
फवाद चौधरी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “शांति और सद्भाव से नफरत और उग्रवाद की ताकतों को हराएं।” यह बयान उन्होंने केजरीवाल के समर्थन में और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर परोक्ष हमला करते हुए दिया। चौधरी ने केजरीवाल के परिवार के साथ वोट देने वाली एक तस्वीर भी साझा की है।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर मिली जमानत
जब 10 मई को सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर अरविंद केजरीवाल को अंतरिम जमानत मिली, तो फवाद चौधरी ने इसे भारतीय प्रधानमंत्री के लिए “एक और लड़ाई” की हार करार दिया था। इस पर केजरीवाल ने जवाब देते हुए कहा, “चौधरी साहिब, मैं और मेरे देश के लोग अपने मसलों को संभालने में पूरी तरह सक्षम हैं। आपके ट्वीट की ज़रूरत नहीं है। इस वक़्त पाकिस्तान के हालात बहुत ख़राब हैं। आप अपने देश को सँभालिये। भारत में हो रहे चुनाव हमारा आंतरिक मामला है। आतंकवाद के सबसे बड़े प्रायोजकों का हस्तक्षेप भारत बर्दाश्त नहीं करेगा।”
दिल्ली में मतदान की व्यवस्था
राष्ट्रीय राजधानी में लोगों ने 18वीं लोकसभा चुनाव के छठे चरण में शनिवार को मतदान शुरू किया। मतदान के सुचारू संचालन के लिए एक लाख मतदान कर्मियों को तैनात किया गया है। उत्तर भारत में चल रही चिलचिलाती गर्मी के बीच, लोगों को चरम मौसम से बचाने के लिए मतदान केंद्रों पर एसी, पीने के पानी, रैंप, व्हीलचेयर और अन्य सुविधाओं की व्यवस्था की गई है।
इस महीने की शुरुआत में केजरीवाल की जमानत पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए चौधरी ने कहा था कि 10 मई को नई दिल्ली में जो घटनाक्रम हुआ वह “उदार भारत के लिए अच्छी खबर” थी।
**लोकसभा चुनाव 2024 के इस महत्वपूर्ण चरण में जनता की भागीदारी और सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए व्यापक तैयारियाँ की गई हैं, ताकि लोकतंत्र का यह पर्व शांतिपूर्ण और सफल हो।**