जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में 17 रहस्यमयी मौतों के बाद सुरक्षा और नियंत्रण के उपायों के तहत धारा 163 लागू कर दी गई है। बधाल गांव को नियंत्रण क्षेत्र घोषित कर दिया गया है, जहां जिला मजिस्ट्रेट ने बीएनएसएस की धारा 163 (पूर्व में 144 सीआरपीसी) लागू की है। इस कदम के तहत प्रभावित परिवारों के घरों को सील किया जाएगा और पूरे इलाके को तीन जोन में बांटा जाएगा। साथ ही, सभी सार्वजनिक और निजी समारोहों पर प्रतिबंध लगाया गया है।
कंट्रोल क्षेत्र में सख्त निगरानी
नियंत्रण क्षेत्र में परिवारों को भोजन की आपूर्ति की निगरानी के लिए नामित अधिकारियों की नियुक्ति की गई है। यह कदम यह सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है कि इलाके में शांति और व्यवस्था बनी रहे और मृतकों के कारणों की जांच की जा सके।
सीएम उमर अब्दुल्ला की स्थिति की समीक्षा
इस स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बधाल गांव का दौरा किया और मीडिया से बातचीत करते हुए स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि 7 दिसंबर से 19 जनवरी तक हुई 17 मौतों की गुत्थी को सुलझाने के लिए जांच चल रही है। सीएम ने यह भी कहा कि स्वास्थ्य विभाग ने अपनी टीमें तैनात की हैं और अन्य विभागों को भी शामिल किया गया है।
उन्होंने बताया कि मौतों के कारणों का पता लगाने के लिए हर संभव प्रयास किया गया, जिसमें यह जांचा गया कि कहीं यह किसी बीमारी के कारण तो नहीं हुईं। सभी परीक्षण किए गए और नतीजों से यह साफ हुआ कि इसमें कोई बैक्टीरिया या वायरस नहीं था।
सीएम का वादा: बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने दूरदराज के इलाकों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया और कहा कि जिला स्तर पर स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए कदम उठाए जाएंगे।