प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी न्यूयॉर्क के लॉन्ग आइलैंड पहुंच चुके हैं, जहां वे भारतीय समुदाय के एक कार्यक्रम में भाग लेंगे और संयुक्त राष्ट्र महासभा में ‘समिट ऑफ द फ्यूचर’ को संबोधित करेंगे। एयरपोर्ट पर भारतीय समुदाय ने पीएम मोदी का जोरदार स्वागत किया, जिसकी तस्वीरें उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर साझा कीं। उन्होंने लिखा, “डेलावेयर के कार्यक्रम के बाद न्यूयॉर्क पहुंचा। भारतीय समुदाय से मिलने और अन्य कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए उत्सुक हूं।”
PM मोदी ने न्यूयॉर्क पहुंचने से पहले डेलावेयर में आयोजित वार्षिक क्वाड शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया। इस बैठक की मेजबानी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने की, जिसमें ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज और जापान के प्रधानमंत्री फुमिओ किशिदा भी शामिल हुए। पीएम मोदी ने बैठक में कहा, “स्वतंत्र, खुला, समावेशी और समृद्ध हिंद-प्रशांत हमारी प्राथमिकता है।”
प्रधानमंत्री ने किसी देश का नाम लिए बिना कहा, “हम किसी के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन हम संप्रभुता और अंतरराष्ट्रीय नियमों का सम्मान करते हैं।” उनका इशारा चीन की ओर था, जो दक्षिण चीन सागर और पूर्वी चीन सागर में विवादों में घिरा है। चीन पूरे दक्षिण चीन सागर पर दावा करता है, जबकि अन्य देशों के भी इस पर अधिकार हैं।
पीएम मोदी ने कहा, “क्वाड का उद्देश्य स्पष्ट है – सहयोग करना, समर्थन देना और क्षेत्रीय विकास में योगदान करना। हमने स्वास्थ्य सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन, और उभरती प्रौद्योगिकियों जैसे क्षेत्रों में कई सकारात्मक पहल की हैं।” उन्होंने कहा कि यह बैठक वैश्विक तनाव और संघर्षों के बीच एकजुटता का संदेश देती है, जो मानवता के लिए महत्वपूर्ण है।
क्वाड शिखर सम्मेलन के बाद पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और अन्य नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी कीं, जिसमें वैश्विक मुद्दों पर गहन चर्चा हुई। 23 तारीख को प्रधानमंत्री संयुक्त राष्ट्र महासभा के ‘समिट ऑफ द फ्यूचर’ कार्यक्रम को संबोधित करेंगे।