भारत के स्वर्ण पदक जीतने की संभावनाओं को बड़ा झटका देते हुए, विनेश फोगाट को पेरिस ओलंपिक 2024 में महिलाओं के 50 किग्रा कुश्ती फाइनल से अयोग्य घोषित कर दिया गया। 29 वर्षीय विनेश का वजन फाइनल के दिन 150 ग्राम अधिक पाया गया, जिससे उन्हें प्रतिस्पर्धा से बाहर कर दिया गया। यह भारत के लिए एक बड़ा झटका है और खेल जगत में भारी निराशा का कारण बना है।
सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) की अध्यक्ष पीटी उषा से इस मामले पर चर्चा की और भारत के पास मौजूद विकल्पों के बारे में जानकारी मांगी। पीएम मोदी ने पीटी उषा से विनेश के मामले में मदद के लिए सभी संभावित विकल्पों की जांच करने को कहा और अयोग्यता के खिलाफ कड़ा विरोध दर्ज कराने की अपील की।
इस बीच, विपक्षी सांसदों ने लोकसभा में विनेश फोगाट के अयोग्य घोषित किए जाने के मुद्दे को उठाया है। केंद्रीय खेल मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने जानकारी दी है कि केंद्रीय खेल मंत्री आज दोपहर 3 बजे इस मामले पर संसद में बयान देंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए विनेश फोगाट को ‘चैंपियनों में चैंपियन’ और भारत का गौरव बताया। मोदी ने लिखा, “विनेश, आप भारत का गौरव हैं और हर भारतीय के लिए प्रेरणा हैं। आज का झटका दुखद है, लेकिन मैं जानता हूं कि आप लचीलेपन का प्रतीक हैं। चुनौतियों का सामना करना हमेशा से आपका स्वभाव रहा है। मजबूत होकर वापस आओ! हम सब आपके पक्ष में हैं।”
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने भी विनेश की अब तक की जीतों की सराहना की और उनकी तकनीकी अयोग्यता को लेकर निराशा व्यक्त की। थरूर ने कहा, “विनेश ने साहस, क्षमता और दृढ़ संकल्प का अद्वितीय प्रदर्शन किया है। मुझे नहीं पता कि यह कैसे हुआ, लेकिन उसके प्रयासों को उचित प्रतिफल नहीं मिला, यह दुखद है।”
**निष्कर्ष:** विनेश फोगाट की अयोग्यता ने भारत में खेल प्रेमियों को निराश किया है। पीएम मोदी और पीटी उषा की बातचीत इस बात का संकेत देती है कि सरकार और खेल संघ इस मुद्दे को गंभीरता से ले रहे हैं। खेल मंत्री द्वारा संसद में बयान देने और कांग्रेस नेता शशि थरूर की प्रतिक्रिया इस संकट की गंभीरता को दर्शाती है।