नई दिल्ली (नेशनल थॉटस) : पोस्ट बजट वेबिनार की श्रृंखला में गुरुवार, 23 फरवरी, 2023 को ‘ग्रीन ग्रोथ’ विषय पर पहला वेबिनार का आयोजन हुआ। इस दौरान पीएम मोदी ने वेबिनार को संबोधित किया। पीएम मोदी ने ऊर्जा क्षेत्र से जुड़े प्रत्येक अंश धारक को भारत में निवेश के लिए आमंत्रित करते हुए कहा कि अमृत काल का बजट भारत को वैश्विक हरित ऊर्जा बाजार में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में स्थापित करने में अहम भूमिका निभाएगा।
‘ग्रीन ग्रोथ को लेकर इस साल के बजट में प्रावधान भावी पीढ़ी के उज्ज्वल भविष्य का शिलान्यास’
पीएम ने आगे जोड़ते हुए इसी रणनीति के तहत चाहे इथेनॉल ब्लेडिंग हो, पीएम कुसुम योजना हो, सोलर मैन्युफैक्चरिंग के लिए इंसेंटिव देना हो, रूफटॉप सोलर स्कीम हो, कोल गैसीफिकेशन हो, बैटरी स्टोरेज हो, बीते वर्षों के बजट में अनेक महत्वपूर्ण घोषणाएं हुई हैं। इस साल के बजट में भी इंडस्ट्रीज के लिए ग्रीन क्रेडिट्स हैं तो किसानों के लिए पीएम प्रणाम योजना है। इसमें गांवों के लिए गोवर्धन योजना है तो शहरी क्षेत्रों के लिए व्हीकल स्क्रैपिंग पॉलिसी है। इसमें ग्रीन हाइड्रोजन पर बल है तो वेटलैंड कंजर्वेशन पर भी उतना ही फोकस है। पीएम मोदी ने कहा, ग्रीन ग्रोथ को लेकर इस साल के बजट में जो प्रावधान किए गए हैं वो एक तरह से हमारी भावी पीढ़ी के उज्ज्वल भविष्य का शिलान्यास है।
‘सरकार निजी क्षेत्र को प्रोत्साहित करने के लिए आर्थिक मदद भी दे रही’
उन्होंने आगे कहा, भारत रिन्यूएबल एनर्जी रिसोर्सेज में जितना कमांडिंग पॉजिशन में होगा उतना ही बड़ा बदलाव वो पूरे विश्व में ला सकता है। ये बजट भारत को ग्लोबल ग्रीन एनर्जी मार्केट में एक लीड प्लेयर के रूप में स्थापित करने में भी अहम भूमिका निभाएगा। इसलिए मैं आज एनर्जी वर्ल्ड से जुड़े हर स्टेक होल्डर को भारत में निवेश के लिए आमंत्रित करता हूं। विश्व आज अपनी रिन्यूएबल एनर्जी सप्लाई चेंज को डाइवर्सिफाइड कर रहा है। ऐसे में इस बजट के माध्यम से भारत ने हर ग्रीन इन्वेस्टर को अपने यहां निवेश का बेहतरीन अवसर दिया है। ये इस सेक्टर में आ रहे स्टार्टअप के लिए भी बहुत ही उपयोगी साबित होने जा रहा है।
‘2014 के बाद से ही भारत मेजर इकोनॉमीज में रिन्यूएबल एनर्जी कैपेसिटी एडिशन में सबसे तेज’
पीएम मोदी ने कहा, 2014 के बाद से ही भारत मेजर इकोनॉमीज में रिन्यूएबल एनर्जी कैपेसिटी एडिशन में सबसे तेज रहा है। हमारा ट्रैक रिकॉर्ड बताता है कि रिन्यूएबल एनर्जी रिसोर्सेज को लेकर भारत जो लक्ष्य तय करता है उसे समय से पहले पूरा करके दिखाता है। हमारी इंस्टॉल इलेक्ट्रिसिटी कैपेसिटी में 40 प्रतिशत नॉन फॉसिल फ्यूल के योगदान के लक्ष्य को भारत ने 9 साल पहले ही प्राप्त कर लिया। पेट्रोल में 10 प्रतिशत इथेनॉल ब्लेडिंग के लक्ष्य को भी भारत ने पांच महीने पहले ही हासिल कर लिया। 20 प्रतिशत इथेनॉल ब्लेंडिंग के लक्ष्य को भी भारत ने 2030 से कम करके 2025-26 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया। वर्ष 2023 तक 500 गीगावॉट नॉन फॉसिल बेस्ड इलेक्ट्रिसिटी कैपेसिटी हासिल करके रहेगा। हमारी सरकार जिस तरह बायो फ्यूल पर जोर दे रही है, वो सभी इन्वेस्टर्स के लिए बहुत बड़ी अपॉरच्युनिटी लेकर आया है।
‘हमारे देश में एग्री वेस्ट की कमी नहीं है’
पीएम ने बताया अभी हाल ही में मैंने ई-20 फ्यूल को भी लॉन्च किया है। हमारे देश में एग्री वेस्ट की कमी नहीं है। ऐसे में देश के कोने-कोने में इथेनॉल प्लांट्स की स्थापना के मौके को इन्वेस्टर्स को छोड़ना नहीं चाहिए। उन्होंने कहा, भारत में सोलर बिन बायोगैस का जो पोटेंशियल है वो हमारे प्राइवेट सेक्टर के लिए किसी गोल्ड माइन, यहां ऑयल फिल्ड से कम नहीं है।