संसद का शीतकालीन सत्र खत्म हो चुका है, लेकिन डॉ. भीमराव अंबेडकर को लेकर छिड़ा सियासी संग्राम थमने का नाम नहीं ले रहा है। कांग्रेस और विपक्ष भाजपा पर निशाना साध रहे हैं, वहीं भाजपा की ओर से भी जोरदार पलटवार हो रहा है।
रवि शंकर प्रसाद का कांग्रेस पर निशाना
भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए कहा,
कांग्रेस आज अंबेडकर जी के प्रति अचानक प्रेम दिखा रही है और प्रेस वार्ताएं कर रही है। लेकिन कांग्रेस का इतिहास अंबेडकर जी के अपमान से भरा है।”
उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा:
कांग्रेस ने डॉ. अंबेडकर को संविधान सभा का सदस्य बनने से रोका।
1952 और 1954 के चुनावों में उन्हें हरवाया।
डॉ. अंबेडकर को कानून मंत्री पद से इस्तीफा देने पर मजबूर किया।
उन्हें भारत रत्न देने में भी देरी की, जिसे भाजपा समर्थित सरकार ने 1989 में पूरा किया।
“कांग्रेस का दिखावा बंद हो”
रवि शंकर प्रसाद ने कांग्रेस के मौजूदा रुख को ‘राजनीतिक पाखंड’ करार दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब राजनीतिक लाभ के लिए अंबेडकर जी की विरासत का इस्तेमाल कर रही है।
कांग्रेस की यह नौटंकी उनके असली चेहरे को नहीं छुपा सकती। उनके पुराने काम उनके आज के बयानों से मेल नहीं खाते।”
राहुल गांधी पर हमला
भाजपा नेता ने राहुल गांधी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के नेता शारीरिक हमले को “अंबेडकर की विरासत की रक्षा का प्रतीक” बता रहे हैं। इसे झूठ का जाल और कांग्रेस का नाटक बताया।
भाजपा का दावा
भाजपा ने डॉ. अंबेडकर को लेकर कांग्रेस की नीति और नीयत पर सवाल उठाते हुए कहा कि अंबेडकर को सम्मान देना भाजपा की विचारधारा का हिस्सा है, जबकि कांग्रेस ने हमेशा उनका अपमान किया है।
अंबेडकर जी को लेकर छिड़ा विवाद राजनीतिक रंग ले चुका है। भाजपा और कांग्रेस दोनों एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप कर रहे हैं, लेकिन इस सियासी घमासान में अंबेडकर जी की असल विरासत कहीं खोती नजर आ रही है।