दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि एनसीआर के राज्यों में बढ़ते प्रदूषण का प्रभाव दिल्ली पर भी पड़ता है। उन्होंने कहा कि प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए केंद्र सरकार का सहयोग भी आवश्यक है।
गोपाल राय ने स्पष्ट किया कि सभी एजेंसियों और सरकारों के समन्वित प्रयासों से ही प्रदूषण के खिलाफ प्रभावी तरीके से लड़ा जा सकता है। इसी दृष्टिकोण से, उनकी सरकार ‘मिलकर चलें, प्रदूषण से लड़ें’ थीम पर काम करेगी और विंटर एक्शन प्लान पर जोर देगी।
राष्ट्रीय राजधानी में मॉनसून के अंतिम दिनों में, मंगलवार को वायु गुणवत्ता “खराब” श्रेणी में दर्ज की गई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, रात नौ बजे दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 204 रहा, जो ‘खराब’ श्रेणी में आता है। AQI के स्तर को निम्नलिखित श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया है:
0 से 50: अच्छा
51 से 100: संतोषजनक
101 से 200: मध्यम
201 से 300: खराब
301 से 400: बहुत खराब
401 से 500: गंभीर
हाल ही में, वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए दिल्ली में पटाखों के उत्पादन, बिक्री और उपयोग पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की गई थी। गोपाल राय ने कहा कि मौसमी वृद्धि को कम करने के लिए यह प्रतिबंध आवश्यक है, क्योंकि पटाखों के कारण वायु प्रदूषण और बढ़ जाता है।
इस समय, पटाखों का उपयोग वायु प्रदूषण के स्तर को और बढ़ा सकता है, जिससे दिल्ली में प्रदूषण का खतरा और बढ़ता है।