नई दिल्ली,(नेशनल थॉट्स ) : हिंदू पंचांग के अनुसार, प्रत्येक माह में कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर प्रदोष व्रत मनाया जाता है। साल 2024 में भी इस शिव जी को समर्पित व्रत का पहला दिन आया है।
प्रदोष व्रत महत्व
प्रदोष व्रत के दिन व्रत रखकर शिव जी के साथ मां पार्वती की पूजा की जाती है, जिससे शिव जी की कृपा प्राप्त होती है और भक्तों के संकटों का निवारण होता है।
प्रदोष व्रत के दिन व्रत रखकर शिव जी के साथ मां पार्वती की पूजा की जाती है, जिससे शिव जी की कृपा प्राप्त होती है और भक्तों के संकटों का निवारण होता है।
साल 2024 का पहला प्रदोष व्रत कब?
साल का पहला प्रदोष व्रत 9 जनवरी दिन मंगलवार को रखा जाएगा। जो प्रदोष व्रत मंगलवार के दिन होता है, उसे भौम प्रदोष व्रत कहा जाता है। भौम प्रदोष के दिन व्रत रखने से व्यक्ति को हर तरह के रोगों से मुक्ति मिलती है।
साल का पहला प्रदोष व्रत 9 जनवरी दिन मंगलवार को रखा जाएगा। जो प्रदोष व्रत मंगलवार के दिन होता है, उसे भौम प्रदोष व्रत कहा जाता है। भौम प्रदोष के दिन व्रत रखने से व्यक्ति को हर तरह के रोगों से मुक्ति मिलती है।
भौम प्रदोष व्रत 2024 का शुभ मुहूर्त
त्रयोदशी तिथि की शुरुआत 8 जनवरी 2024 को रात 11 बजकर 58 मिनट पर होगी। अगले दिन 9 जनवरी 2024 को रात 10 बजकर 24 मिनट पर इसका समापन होगा। इस दिन शिव पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 05 बजकर 41 मिनट से रात 08 बजकर 24 मिनट तक है।
शुभ संयोग
पंचांग के अनुसार 9 जनवरी को प्रदोष व्रत के साथ ही साल की पहली मासिक शिवरात्रि भी है। ये दोनों तिथियां शिव जी को समर्पित हैं। ऐसे में शिवरात्रि और प्रदोष व्रत एक दिन ही पड़ने के कारण इस दिन का महत्व और बढ़ गया है। इस दिन पूजा-पाठ करने से कई गुना फल मिलेगा।