राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शुक्रवार को भारत सरकार के खिलाफ नक्सलियों की संभावित साजिश की जांच के तहत चार राज्यों में कई स्थानों पर छापेमारी की।
एनआईए की रिपोर्ट के अनुसार, जांच में यह पता चला है कि कई फ्रंटल संगठनों और छात्र विंग को नक्सल विचारधारा का प्रचार करने, कैडरों की भर्ती करने, और भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने के इरादे से प्रेरित करने का काम सौंपा गया है। एनआईए सूत्रों ने बताया कि इन संगठनों पर आतंकी गतिविधियों और हिंसा की साजिश रचने का आरोप है। एनआईए ने नक्सल प्रभावित चार राज्यों में छापेमारी की है, जिनमें पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश शामिल हैं।
इससे पहले, 28 अगस्त को एनआईए ने पाकिस्तान स्थित जासूसी रैकेट के खिलाफ भारत के सात राज्यों में छापेमारी की थी। इस छापेमारी का उद्देश्य भारतीय नौसेना से संबंधित गोपनीय जानकारी लीक करने के मामले की जांच करना था। एनआईए ने गुजरात, कर्नाटक, केरल, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, बिहार और हरियाणा में 16 स्थानों पर छापेमारी की।
एनआईए के एक बयान में कहा गया है कि यह मामला पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के जासूसी रैकेट के जरिए भारतीय नौसेना की वर्गीकृत जानकारी लीक करने से संबंधित है।