कार्यक्रम में राष्ट्रीय महिला आयोग, राज्य महिला आयोगों, दूतावासों, विधि समुदाय के दिग्गज, महिला और बाल विकास विभागों के अधिकारी, विधायक, विश्वविद्यालयों-कॉलेजों की फैकल्टी व छात्र, पुलिस विभाग, सेना और अर्ध सैन्य बलों के अधिकारी, राष्ट्रीय व राज्य विधिक सेवाओं के अधिकारी, राष्ट्रीय महिला आयोग की सलाहकार समिति के सदस्य, आयोग के पूर्व-अध्यक्ष व सदस्य तथा गैर-सरकारी संगठन शामिल होंगे।
आयोग 31 जनवरी, 2023 से एक फरवरी, 2023 तक अपना 31वां स्थापना दिवस मनाने के लिए दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है। दूसरे दिन, उन विशिष्ट महिलाओं के साथ एक पैनल चर्चा आयोजित की जाएगी, जिन्होंने अनेक लोगों को प्रेरणा और सशक्तिकरण का मार्ग दिखाया है। इस चर्चा के माध्यम से, आयोग का उद्देश्य एक ऐसा मंच उपलब्ध कराना है, जहां विभिन्न सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि से संबंधित महिलाओं की निर्णय लेने और नेतृत्व की भूमिकाओं में लैंगिक समानता पर ध्यान केंद्रित करने विविध विचारों का आदान-प्रदान हो सके।
राष्ट्रीय महिला आयोग की स्थापना जनवरी 1992 में राष्ट्रीय महिला आयोग अधिनियम, 1990 के तहत एक वैधानिक निकाय के रूप में की गई थी। इसकी स्थापना महिलाओं को प्रभावित करने वाले मामलों को मद्देनजर रखते हुये, महिलाओं के लिए संवैधानिक और कानूनी सुरक्षा उपायों की समीक्षा करने, उपचारात्मक विधायी उपायों की सिफारिश करने, निवारण या शिकायतों को सुगम बनाने और नीति पर सरकार को सलाह देने के लिए की गई थी।