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राजनांदगांव कांस्टेबल भर्ती रद्द, SIT जांच के आदेश

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छत्तीसगढ़ सरकार ने राजनांदगांव पुलिस कांस्टेबल भर्ती प्रक्रिया को अनियमितताओं के आरोपों के चलते रद्द कर दिया है। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने बुधवार को इस संबंध में आदेश जारी किए। शर्मा ने बताया कि 8वीं बटालियन की भर्ती प्रक्रिया में गंभीर आरोप सामने आए, जिसके आधार पर 17 दिसंबर को लालबाग थाने में मामला दर्ज किया गया।

SIT का गठन और गिरफ्तारी

राज्य सरकार ने मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है।

अब तक पुलिस ने चार कांस्टेबल, एक महिला उम्मीदवार और इवेंट मैनेजमेंट कंपनी के दो कर्मचारियों समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया है।

SIT को 10 दिनों के भीतर रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए गए हैं।

इस जांच का नेतृत्व राजनांदगांव (रेंज) के पुलिस महानिरीक्षक दीपक झा करेंगे।

कांस्टेबल की आत्महत्या और सुसाइड नोट

जांच के दौरान कांस्टेबल अनिल रत्नाकर ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली।

रत्नाकर के पास से मिले सुसाइड नोट में आरोप लगाया गया कि भर्ती में अनियमितताओं को लेकर कर्मचारियों को निशाना बनाया जा रहा है, जबकि अधिकारी बच रहे हैं।

इस आत्महत्या के मामले में भी SIT जांच की जा रही है।

पुलिस विभाग की प्रतिक्रिया

राजनांदगांव के पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने भर्ती प्रक्रिया की जांच नगर पुलिस अधीक्षक पुष्पेंद्र नायक को सौंपी है।

गर्ग ने यह भी स्पष्ट किया कि भर्ती रद्द करने का आधिकारिक आदेश अभी राज्य सरकार से प्राप्त नहीं हुआ है।

विपक्ष का हमला और कांग्रेस की आलोचना

विपक्षी कांग्रेस ने इस मामले को लेकर राज्य की विष्णु साय के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार पर निशाना साधा है।

कांग्रेस ने आरोप लगाया कि सरकार ने भर्ती प्रक्रिया में हुई अनियमितताओं को छिपाने की कोशिश की।

पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह की प्रतिक्रिया

पूर्व मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया।

उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा,
“सुशासन दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री श्री @vishnudsai और गृह मंत्री श्री @vijaysharmacg का यह कदम सराहनीय है।”

सरकार की कड़ी कार्रवाई

राजनांदगांव पुलिस कांस्टेबल भर्ती घोटाले ने छत्तीसगढ़ की राजनीतिक और प्रशासनिक स्थिति में हलचल मचा दी है।

राज्य सरकार की SIT जांच और भर्ती रद्द करने का फैसला पारदर्शिता और न्याय सुनिश्चित करने का एक मजबूत कदम है।

अब सभी की नजरें SIT रिपोर्ट और मामले में आगे की कार्रवाई पर टिकी हैं।

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