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Ram Mandir Inauguration: प्राण प्रतिष्ठा का पूरा शेड्यूल जारी, यहां पढ़ें हर एक की डिटेल

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नई दिल्ली,(नेशनल थॉट्स ) : रामलला के मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा से पहले, विधिवत पूजा और आराधना की तैयारी तेजी से बढ़ रही है। उनकी मूर्ति के अलावा, शैय्या अधिवास के लिए एक विशेष योजना बनाई गई है। इस प्रक्रिया में, रामलला को एक शीशम के नए पलंग पर शयन कराया जाएगा।


ट्रस्ट ने इस पलंग को अयोध्या में ही बनवाया है। इसके साथ ही, भगवान के लिए गद्दा, रजाई, चादर और तकिया भी खरीदे गए हैं। वस्त्र भी तैयार हैं। इसी अधिवास के दौरान, कुश से भगवान के हृदय को स्पर्श करने, न्यास वाचन करने और संबंधित पूजा प्रक्रिया को संपन्न करने की योजना है। सुबह को विधिवत जागरण कराने के बाद, उन्हें सिंहासन पर प्रतिष्ठित किया जाएगा। शैय्या अधिवास 21 जनवरी को रात्रि में होगा।

 

वाराणसी से आए वैदिक आचार्य कराएंगे पूजन
22 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में प्राण प्रतिष्ठा होगी। वाराणसी से आए वैदिक आचार्यों के अनुसार सिंहासन (आसन) पर पहले कूर्म शिला व स्वर्ण से निर्मित कच्छप, ब्रह्म शिला का भी अधिवास होता है। तीन पिंडिका भी रखी जाएंगी। आचार्यों के अनुसार इसके अलावा भगवान के आसन के ठीक नीचे श्रीराम यंत्र की प्रतिष्ठा की जाएगी।

रामलला के आसन का होगा पूजन
रामलला के आसन का भी पूजन किया जाएगा। आसन के नीचे कुल 45 द्रव्य रखे जाएंगे। इसमें नौ रत्नों में हीरा, पन्ना, मोती माणिक्य, पुखराज व लहसुनिया, गोमेद के अलावा पारा, सप्त धान्य व विविधि औषधियां हैं। इसके बाद नवीन विग्रह को आसन पर प्रतिष्ठित किया जाएगा। गोघृत व शहद मिश्रण से युक्त स्वर्ण शलाका से भगवान के नेत्र उन्मीलित किए जाएंगे। भगवान को दर्पण दिखाया जाएगा।

ये संपन्न कराएंगे अनुष्ठान
विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता और धर्माचार्य संपर्क प्रमुख अशोक तिवारी ने बताया कि आचार्य गणेश्वर शास्त्री द्राविड़, प्रमुख आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित, अरुण दीक्षित, सुनील दीक्षित, दत्तात्रेय नारायण रटाटे, गजानन जोतकर, अनुपम दीक्षित आदि प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान संपन्न कराएंगे। इसमें 11 यजमान भी होंगे।

प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम जारी
सोमवार को विश्व हिंदू परिषद ने यह स्पष्ट कर दिया है कि भगवान राम की प्रतिमा सिर्फ परिसर भ्रमण ही करेगी। वहीं प्राण प्रतिष्ठा का मुहूर्त निकालने वाले आचार्य गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ सोमवार को अचानक रामनगरी पहुंचे गए। उन्होंने राम मंदिर परिसर व पूजन स्थल का भ्रमण किया और रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय से भेंट की। उन्होंने प्राण प्रतिष्ठा के लिए आए आचार्यों से भेंट की और उनके निवास स्थल को भी देखा।

प्राण प्रतिष्ठा पूजन का क्रम भी हुआ स्पष्ट
पहले आचार्य गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ का अयोध्या आगमन 14 अथवा 15 जनवरी को प्रस्तावित था, लेकिन सोमवार को वह अचानक रामनगरी पहुंच गए। दूसरी ओर विहिप ने सोमवार को प्राण प्रतिष्ठा पूजन का क्रम भी स्पष्ट कर दिया है, जिस स्थल पर प्रतिमा का निर्माण हुआ है, वहीं से कर्म कुटी अनुष्ठान से पूजन आरंभ होगा। प्रतिमा का निर्माण करने वाले शिल्पी प्रायश्चित पूजन करेंगे।

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