नई दिल्ली,(नेशनल थॉट्स ) -हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि पर रमा एकादशी का व्रत रखा जाता है। इस दिन जगत के पालनहार श्री हरि विष्णु की पूजा करने और व्रत रखने का विधान है। सभी एकादशियों में रमा एकादशी को सबसे शुभ और महत्वपूर्ण माना जाता है। इसे रम्भा एकादशी के नाम से भी जाना जाता है।
Rama Ekadashi व्रत पूजा विधि
- रमा एकादशी के दिन सुबह स्नान आदि करने के बाद भगवान विष्णु की प्रतिमा मंदिर में स्थापित करें। यदि आपके पास पहले से ही प्रतिमा है तो भगवान विष्णु का गंगाजल से अभिषेक कराएं।
- इसके बाद व्रत का संकल्प लें। इसके बाद भगवान विष्णु की पूजा पूरे विधि विधान के साथ करें।
- इसके बाद भगवान विष्णु को धूप, दीप, नैवेद्य, पुष्प अर्पित करें।
- इसके बाद विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें साथ ही रमा एकादशी की व्रत कथा पढ़ें।
- अंत में ब्राह्मणों को भोजन कराकर और दान देकर आशीर्वाद प्राप्त करें।
Rama Ekadashi व्रत का लाभ
पद्म पुराण के अनुसार, जो व्यक्ति रमा एकादशी का व्रत करता है। उससे भगवान विष्णु बहुत प्रसन्न होते हैं और उसे बैकुंठ की प्राप्ति होती है। साथ ही रमा एकादशी के व्रत रखने से व्यक्ति को सभी तरह के पापों से मुक्ति मिलती है। साथ ही इस दुन माता लक्ष्मी की पूजा करने का भी विधान है