मुंबई: केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने रविवार को महाराष्ट्र मंत्रिमंडल विस्तार में अपनी पार्टी रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (ए) को मंत्रालय नहीं मिलने पर निराशा व्यक्त की। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें इस महत्वपूर्ण शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित नहीं किया गया, जिसमें मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजित पवार शामिल थे।
रामदास अठावले की निराशा: मंत्रिमंडल में रिपब्लिकन पार्टी का प्रतिनिधित्व न होना
अठावले ने कहा, “महाराष्ट्र मंत्रिमंडल विस्तार के लिए शपथ ग्रहण समारोह नागपुर में आयोजित किया गया था, लेकिन महायुति गठबंधन का हिस्सा होने के बावजूद मुझे इस कार्यक्रम में निमंत्रण तक नहीं मिला।” उन्होंने यह भी कहा कि विधानसभा चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (ए) ने अच्छा प्रदर्शन किया था और पार्टी ने मुख्यमंत्री फडणवीस से मुलाकात कर कम से कम एक मंत्रालय आवंटित करने का वादा लिया था।
कम से कम एक मंत्रालय की मांग
अठावले ने इस विस्तार में अपनी पार्टी का कोई प्रतिनिधित्व न होने पर खेद व्यक्त किया और कहा, “हम कैबिनेट में कम से कम एक मंत्रालय की मांग करते हैं।” शपथ ग्रहण समारोह में भाजपा, शिवसेना, एनसीपी और अन्य महायुति नेताओं ने शिरकत की।
मंत्रिमंडल विस्तार के बाद विपक्षी आलोचना
यह मंत्रिमंडल विस्तार मुख्यमंत्री फडणवीस और उनके दो उपमुख्यमंत्रियों द्वारा 5 दिसंबर को शपथ लेने के दो सप्ताह बाद हुआ। महायुति गठबंधन की विपक्ष ने आलोचना की थी कि गठबंधन ने बहुमत होने के बावजूद अपने मंत्रिमंडल की घोषणा में देरी की।
महाराष्ट्र चुनाव 2024: महायुति गठबंधन की शानदार जीत
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में, भाजपा के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन ने 235 सीटें जीतीं, जिसमें भाजपा ने 132 सीटें हासिल की। शिवसेना और एनसीपी ने क्रमशः 57 और 41 सीटें जीतीं, जिससे यह गठबंधन राज्य में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरा।