राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने संगठन के महत्वपूर्ण लक्ष्यों के बारे में एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। उन्होंने बताया कि देश में पांच परिवर्तन लागू करके सामाजिक परिवर्तन लाना संगठन के प्रमुख उद्देश्यों में शामिल है। उन्होंने यह जानकारी अपने एक साक्षात्कार में दी है। आरएसएस को ‘पंच परिवर्तन’ में विश्वास है और इस विचार को समाज में लागू करने का आग्रह किया है। इससे समाज में ‘समरसता’, पर्यावरण के अनुकूल जीवन शैली, पारिवारिकता मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए जागरूकता, और जीवन के सभी पहलुओं में ‘भारतीय’ मूल्यों पर आधारित ‘स्व’ की भावना पैदा हो सकेगी।
होसबोले ने कहा कि पंच परिवर्तन आज समाज की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘‘संघ के शताब्दी वर्ष के संदर्भ में हमने संगठनात्मक दृष्टि से दो लक्ष्यों की पहचान की है। इसके अंतर्गत शाखाओं का विस्तार व कार्य की गुणवत्ता प्रमुखता के साथ शामिल है। आरएसएस के सभी कार्यकर्ताओं कें सामने ये दो लक्ष्य हैं। इन लक्ष्यों को ही ध्यान में रखने की अपील सभी कार्यकर्ताओं से की गई है।
होसबोले ने कहा, ‘‘कार्य की गुणवत्ता बढ़ाने से प्रभाव बढ़ेगा। आग्रह यही है कि संख्यात्मक विस्तार के साथ-साथ गुणात्मक वृद्धि भी हो।’’ उन्होंने कहा, ‘‘दूसरे, सामाजिक दृष्टि से हमने पंच परिवर्तन का विषय सामने रखा है। हमारा आग्रह है पंच परिवर्तन का विमर्श राष्ट्रीय दृष्टि से आगे बढ़ाया जाए।