ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने का वर्चस्व अब केवल पुरुषों का नहीं रहा। महिलाएं हर क्षेत्र में खुद को साबित कर रही हैं। खेल जगत से लेकर प्रमुख कंपनियों तक, महिलाएं सीईओ और प्रबंध निदेशक जैसे महत्वपूर्ण पदों पर कार्यरत हैं।
भारत के सबसे धनी परिवारों में से एक की विरासत संभालने वाली लिआ टाटा का नाम सामने आया है। उन्हें 150 बिलियन अमेरिकी डॉलर की कंपनी के बोर्ड में नियुक्त किया गया है। लिआ टाटा, नोएल टाटा की सबसे बड़ी संतान हैं, जिनका जन्म व्यावसायिक पृष्ठभूमि वाले परिवार में हुआ।
लिआ की शैक्षिक पृष्ठभूमि उत्कृष्ट है। उन्होंने आईई बिजनेस स्कूल से मार्केटिंग में मास्टर्स की डिग्री प्राप्त की। लुई वुइटन के साथ इंटर्नशिप करने के बाद, उन्होंने भारतीय होटल उद्योग में दस वर्षों तक काम किया।
लिआ को टाटा मेडिकल सेंटर ट्रस्ट (TMCT) के ट्रस्टी के रूप में भी नियुक्त किया गया है, जो कोलकाता में कैंसर अस्पताल का संचालन करता है। उन्होंने कई प्रमुख ट्रस्टों में जिम्मेदारी संभाली है, जो टाटा समूह के लिए एक छत्र संगठन के रूप में काम करते हैं।
लिआ की माँ, आलू मिस्त्री, स्वर्गीय साइरस मिस्त्री की बेटी हैं, जो कभी टाटा समूह के अध्यक्ष थे। उनके पिता, नोएल टाटा, ने टाटा इंटरनेशनल से अपने करियर की शुरुआत की और कई प्रमुख कंपनियों में महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई हैं।
लिआ टाटा का उदय इस बात का प्रमाण है कि महिलाएं व्यवसायिक दुनिया में महत्वपूर्ण स्थान रखती हैं। उनके प्रयास और नेतृत्व टाटा समूह को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने में सहायक होंगे।