राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की अखिल भारतीय समन्वय बैठक 2 सितंबर को केरल के पालक्काड शहर में समाप्त हो रही है। यह बैठक 31 अगस्त से शुरू हुई थी। संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेडकर ने बताया कि इस बैठक में बंगाल में हाल ही में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर चर्चा की गई। खासकर कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में लेडी डॉक्टर के रेप और मर्डर केस को लेकर विस्तार से बात की गई।
महिला सुरक्षा के मुद्दे पर विभिन्न संगठनों ने अपनी चिंताओं और सुझावों को साझा किया। आंबेडकर ने बताया कि बैठक में इन घटनाओं की संभावनाओं और सरकारी मशीनरी की भूमिका पर चर्चा की गई। इसके बाद, इस मुद्दे को सुलझाने के लिए पांच प्रमुख मोर्चों के तहत रणनीति बनाई गई:
कानूनी समाधान**: इस मुद्दे को कानूनी रूप से कैसे हल किया जा सकता है।
समाज में जागरूकता**: समाज में जागरूकता कैसे उत्पन्न की जा सकती है।
परिवार संस्कार**: क्या हर परिवार में ऐसा माहौल हो सकता है, जिससे समाज में इस तरह की शर्मनाक घटनाएँ न हों।
औपचारिक और अनौपचारिक शिक्षा**: शिक्षा के माध्यम से इस मुद्दे पर ध्यान केंद्रित करना।
आत्मरक्षा**: आत्मरक्षा के उपायों पर जोर देना।
इसके अतिरिक्त, मीडिया द्वारा प्रसारित कंटेंट, चाहे वह ओटीटी प्लेटफार्म, इंटरनेट या टीवी चैनलों पर हो, पर भी चर्चा की गई। कई घटनाओं में देखा गया है कि इस तरह की सामग्री को घंटों तक देखने के बाद ऐसी घटनाएँ घटित होती हैं। आंबेडकर ने बताया कि पिछले एक साल में संघ द्वारा सभी राज्यों और जिला मुख्यालयों में 472 महिला सम्मेलन आयोजित किए गए। इन सम्मेलनों में पश्चिमी फेमिनिज़्म की तुलना में भारतीय चिंतन पर भी जोर दिया गया।