नवंबर में उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा के दौरान इस्तेमाल किए गए हथियारों की फोरेंसिक जांच से चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। जांच में खुलासा हुआ कि दंगाइयों ने पाकिस्तान ऑर्डिनेंस फैक्ट्री (पीओएफ) द्वारा निर्मित गोलियों का इस्तेमाल किया।
पुलिस का बयान: अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) श्रीश चंद्र ने बताया कि कोट गर्वी इलाके से बरामद पांच खाली खोखे और दो मिसफायर कारतूसों की जांच में यह तथ्य सामने आया है।
हिंसा कैसे भड़की?
मस्जिद सर्वेक्षण के बाद विवाद:
24 नवंबर को एक मस्जिद पर कोर्ट के आदेश के तहत किए गए सर्वेक्षण के बाद हिंसा भड़क उठी।
मौत और घायल:
इस झड़प में चार लोगों की मौत हुई और कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि घटना के दौरान कम से कम 41 राउंड गोलियां चलाई गईं।
विशेष जांच टीम (एसआईटी) की कार्रवाई
साक्ष्य और जांच:
एसआईटी ने फोरेंसिक विशेषज्ञों की मदद से घटना स्थल से दो कारतूस बरामद किए। इनमें से एक पर “POF 9MM 68-26” और दूसरे पर “विनचेस्टर मेड-इन-यूएसए” लिखा था।
एसपी का बयान:
संभल के एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने कहा कि पाकिस्तान निर्मित गोला-बारूद की बरामदगी घटना की गंभीरता को दर्शाती है। पुलिस दोषियों की पहचान कर रही है।
इलाके की सफाई और सबूत जुटाने की कोशिश
एसआईटी ने नगर निगम कर्मचारियों को घटना स्थल की सफाई करने का निर्देश दिया है, ताकि अन्य सबूत जुटाए जा सकें। हिरासत में लिए गए संदिग्धों से पूछताछ जारी है। पुलिस जांच कर रही है कि हिंसा पूर्व नियोजित थी या अचानक भड़की।
राहुल गांधी को संभल जाने से रोका गया
गाजीपुर सीमा पर रोके गए राहुल गांधी:
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को बुधवार को संभल जाने से रोका गया।
राहुल गांधी का बयान:
उन्होंने कहा, “मैं अकेले पुलिस के साथ संभल जाने को तैयार था, लेकिन मुझे अनुमति नहीं दी गई। यह मेरे संवैधानिक अधिकार के खिलाफ है।”
संविधान बचाने की अपील:
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि संविधान को खत्म करने की कोशिश की जा रही है, लेकिन विपक्ष इस लड़ाई को जारी रखेगा।
संभल हिंसा में पाकिस्तान निर्मित गोलियों की बरामदगी ने मामले को अंतरराष्ट्रीय संदर्भ में गंभीर बना दिया है। एसआईटी और पुलिस की जांच इस बात पर केंद्रित है कि इस हिंसा की योजना कहां और कैसे बनाई गई। दूसरी ओर, विपक्षी नेताओं को संभल जाने से रोकना विवादों को और गहरा कर रहा है।