नई दिल्ली,(नेशनल थॉट्स ) – पितृपक्ष का समय चल रहा है और इस साल का पितृपक्ष 29 September से लेकर 14 october तक है, जिसका समापन सर्वपितृ अमावस्या के दिन होगा। पितृपक्ष में हम पितरों की पूजा और तर्पण करते हैं, क्योंकि मान्यता है कि इससे पितृ प्रसन्न होते हैं और परिवार को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है। इस दौरान लोग पिंडदान और श्राद्ध कर्म के साथ-साथ कई विशेष उपाय भी करके अपने पूर्वजों को प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं। लेकिन अगर आप किसी कारणवश इस दौरान तर्पण या पितृ शांति के उपाय नहीं कर पाएं हैं, तो सर्वपितृ अमावस्या के दिन निम्नलिखित उपाय कर सकते हैं:
1. पीपल के पेड़ की पूजा:- पितृपक्ष का समय चल रहा है और इस साल का पितृपक्ष 29 September से लेकर 14 october तक है, जिसका समापन सर्वपितृ अमावस्या के दिन होगा।
सर्वपितृ अमावस्या के दिन, सुबह जल्दी उठकर स्नान करें, फिर पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाएं। इससे पितृ प्रसन्न होकर आपके परिवार को आशीर्वाद देंगे।2. तर्पण करें:
पितृ पक्ष के दिनों में, अगर आपने पितरों को तर्पण नहीं दिया है, तो सर्वपितृ अमावस्या के दिन तर्पण करें। यह पितृ प्रसन्नता में मदद करता है और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
3. दान करें:
सर्वपितृ अमावस्या के दिन दान करना बहुत महत्वपूर्ण है। इससे पुण्य की प्राप्ति होती है और पितृ प्रसन्न होते हैं। इस दिन चांदी का दान करना सबसे अच्छा माना जाता है, जैसे कि ज्योतिष शास्त्र में उल्लिखित है।
4. ब्राह्मण को कराएं भोज:
सर्वपितृ अमावस्या के दिन ब्राह्मण को अपने घर पर बुलाकर भोजन कराएं। उन्हें वस्त्र और दक्षिणा देकर सम्मानपूर्वक विदा करें। इसके अलावा, इस दिन पूर्वजों के नाम पर भोजन तैयार करें और किसी खुले स्थान या छत पर रखें।