पंजाब की दो प्रमुख किसान यूनियनों द्वारा बुलाए गए राज्यव्यापी बंद के कारण सुबह 6:30 बजे से किसानों के कई समूह राजमार्गों और रेलवे स्टेशनों पर जुटे। इस दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए। यह बंद किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल के समर्थन में आयोजित किया गया था, जो 13 कृषि मांगों को लागू कराने के लिए पिछले एक महीने से भूख हड़ताल पर हैं।
ट्रेन सेवाओं पर असर:
बंद के कारण वंदे भारत सहित 150 से अधिक ट्रेनें रद्द कर दी गईं।
शैक्षणिक संस्थानों की स्थिति:
सभी स्कूल और कॉलेज बंद रहे, लेकिन आपातकालीन सेवाएं सुचारू रूप से जारी रहीं।
बंद की अवधि:
सुबह 7 बजे शुरू हुआ यह बंद शाम 4 बजे तक चलने की उम्मीद है।
एससी की समिति 3 जनवरी को एसकेएम नेताओं से करेगी बातचीत
सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित समिति, जिसकी अध्यक्षता सेवानिवृत्त न्यायाधीश नवाब सिंह कर रहे हैं, ने एसकेएम (संयुक्त किसान मोर्चा) को 3 जनवरी को बातचीत के लिए बुलाया है।
चर्चा के मुख्य बिंदु:
बैठक में एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) और अन्य किसान मुद्दों पर चर्चा होगी।
एसकेएम का रुख:
एसकेएम ने निमंत्रण स्वीकार कर लिया है। इसकी पुष्टि राष्ट्रीय समन्वय सदस्य रमिंदर सिंह पटियाला ने की।
डल्लेवाल का मेडिकल चेकअप
पंजाब बंद के दौरान अपने अस्थायी शिविर में रह रहे किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल का मेडिकल चेकअप किया गया।
भूख हड़ताल का 35वां दिन:
एडीजीपी (सेवानिवृत्त) जसकरण सिंह और अन्य किसान नेता इस दौरान उनके साथ मौजूद रहे।
सरकार से संभावित मुलाकात:
कयास लगाए जा रहे हैं कि पंजाब सरकार का शीर्ष नेतृत्व जल्द ही किसान नेता से मुलाकात कर सकता है।
पंजाब बंद और किसान आंदोलन ने राज्य में व्यापक प्रभाव डाला है। सुप्रीम कोर्ट की समिति और किसान नेताओं के बीच आगामी बैठक से समाधान की उम्मीद की जा रही है।