भाजपा के सात विधायकों को शुक्रवार को दिल्ली विधानसभा के बजट सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया है। इस निर्णय का प्रसार उपराज्यपाल वीके सक्सेना के अभिभाषण के दौरान हुआ, जब वे अपने भाषण में बाधा पहुंचाने का आरोप लगाते थे।
भाजपा के विधायकों ने उपराज्यपाल के भाषण के दौरान अक्सर व्यवधान डाला, जिससे सदन की गरिमा को ठेस पहुंची। आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक ने इस मामले में कार्रवाई की मांग की, जिसे विधानसभा अध्यक्ष ने स्वीकार कर लिया।
आप के विधायक ने कहा कि विपक्षी सदस्यों ने भाषण के दौरान नियमों का उल्लंघन किया, जिससे सदन की गरिमा पर धक्का लगा। उन्होंने कहा, “यह अभूतपूर्व और दुर्भाग्यपूर्ण था।”
विधानसभाध्यक्ष ने इस मामले को विशेषाधिकार समिति के पास भेजने की बात कही। समिति की रिपोर्ट आने तक नेता प्रतिपक्ष को छोड़कर भाजपा के सात सदस्यों को सदन की कार्रवाही से निलंबित कर दिया गया। उसके बाद सात विधायकों को सदन से बाहर भेज दिया गया।
विधानसभाध्यक्ष ने बताया कि सात विधायकों ने भाषण के दौरान बाधा पहुंचाने का आरोप लगाया था, और इस पर मामले की जाँच करने की आवश्यकता है।