दिल्ली में इन दिनों ठंड का असर बढ़ता जा रहा है। न्यूनतम तापमान गिरकर 10.3 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है, जो सामान्य से चार डिग्री अधिक है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, मंगलवार तक तापमान और गिरकर 7 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है।
उत्तर-पश्चिमी हवाओं से वायु गुणवत्ता में सुधार
उत्तर-पश्चिमी हवाओं ने दिल्ली की वायु गुणवत्ता को बेहतर बनाया है। सोमवार सुबह 8 बजे दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 179 (मध्यम श्रेणी) दर्ज किया गया, जबकि रविवार शाम यह 225 (खराब श्रेणी) था। स्काईमेट वेदर के उपाध्यक्ष महेश पलावत ने बताया कि 31 दिसंबर और 1 जनवरी को तेज़ उत्तर-पश्चिमी हवाएँ चलेंगी, जिससे पारा और नीचे जाएगा।
कोहरे का असर
सोमवार सुबह 5:30 बजे सफदरजंग में हल्के कोहरे के कारण दृश्यता घटकर 600 मीटर रह गई। आईएमडी ने 1 जनवरी तक सुबह के समय मध्यम से घना कोहरा छाए रहने की चेतावनी जारी की है।
शीत लहर की संभावना
आईएमडी के अनुसार, दिल्ली में शीत लहर की संभावना कम है, लेकिन न्यूनतम तापमान में 5-6 डिग्री सेल्सियस की गिरावट हो सकती है। बारिश और बर्फबारी के बाद ठंडी उत्तर-पश्चिमी हवाएँ चल रही हैं, जिससे पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के अलग-अलग इलाकों में शीत लहर की स्थिति बनने की संभावना है।
मौसम का पूर्वानुमान
तापमान: अगले कुछ दिनों में न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है।
वायु गुणवत्ता: तेज़ हवाओं के कारण वायु गुणवत्ता में सुधार जारी रहेगा।
कोहरा: सुबह के समय मध्यम से घना कोहरा छाए रहने की संभावना है।
क्या है शीत लहर?
जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम हो या सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक गिरावट दर्ज की जाए, तो उसे शीत लहर माना जाता है।
दिल्ली में ठंड बढ़ने के साथ वायु गुणवत्ता में सुधार हुआ है। हालांकि, कोहरे और गिरते तापमान से जनजीवन प्रभावित हो सकता है। लोगों को सावधानी बरतने और ठंड से बचने के उपाय करने की सलाह दी गई है।