कर्मफलदाता शनि देव समय-समय पर मार्गी और वक्री होते रहते हैं। शनि न्याय देवता हैं, जो हर राशि में ढाई साल तक गोचर करते हैं और एक राशि चक्र पूरा करने में लगभग 30 साल लगाते हैं। जानकारी के अनुसार, शनि देव जून में वक्री हुए थे और अब दिवाली के बाद मार्गी होने जा रहे हैं। वे अपनी स्वराशि कुंभ में सीधी चाल चलेंगे, जिससे कुछ राशियों का भाग्य चमक उठेगा।
शनि देव के मार्गी होने से मिथुन राशि के जातकों के लिए यह समय लाभदायक साबित होगा। शनि देव मिथुन राशि से नवम भाव पर मार्गी होंगे, जिसके चलते आपका भाग्य बदलने वाला है। इस दौरान यात्रा के अवसर मिलेंगे, जो करियर के लिए लाभदायक होंगे। धार्मिक और मांगलिक कार्यक्रमों में भाग लेने का भी अवसर मिलेगा। प्रतियोगी परीक्षाओं में तैयारी कर रहे छात्रों को सफलता प्राप्त होगी।
मकर राशि के जातकों के लिए शनि देव धन और वाणी भाव पर मार्गी होंगे। इस समय अटका हुआ धन मिल सकता है और नई नौकरी का ऑफर भी प्राप्त हो सकता है। आर्थिक मोर्चे पर मध्यम सफलता मिलने की संभावना है। धन लाभ और उच्च सफलता के साथ-साथ पुरस्कार भी मिल सकते हैं। कारोबारियों को उधार धन प्राप्त होने के आसार हैं, और आत्मविश्वास में वृद्धि होगी।
धनु राशि के जातकों के लिए शनि देव तीसरे भाव पर मार्गी होंगे। इस समय साहस और पराक्रम में वृद्धि होगी, जिससे धन लाभ होगा। घर में खुशियों का वातावरण बनेगा और आपको सौभाग्य की प्राप्ति होगी। करियर में मेहनत के अनुसार अच्छे फल प्राप्त होंगे। भाई-बहनों का सहयोग भी मिलेगा, और आय के नए स्रोत बन सकते हैं।
शनि देव का मार्गी होना कुछ राशियों के लिए विशेष रूप से लाभदायक सिद्ध होगा। ये बदलाव न केवल आर्थिक स्थिति को सुधारेंगे, बल्कि आत्मविश्वास और समृद्धि भी लाएंगे।