हर साल आश्विन माह की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को शारदीय नवरात्रि का महापर्व मनाया जाता है। इस बार यह पर्व 3 अक्टूबर से शुरू हो रहा है। पहले दिन घटस्थापना की जाती है, जो कि नवरात्रि की महत्वपूर्ण पूजा विधि है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, जो व्यक्ति नवरात्रि के 9 दिनों में मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
नवरात्रि के पहले दिन शुभ मुहूर्त में घटस्थापना करना बेहद आवश्यक है। इस वर्ष घटस्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह 6:24 से 8:45 बजे तक है। इसके अतिरिक्त, अभिजीत मुहूर्त 11:52 से 12:39 बजे तक रहेगा, जिसमें भी आप घटस्थापना कर सकते हैं।
1. एक मिट्टी के पात्र या थाली में मिट्टी डालकर जौ के बीज बोएं।
2. मिट्टी या तांबे के लोटे पर स्वास्तिक बनाकर मौली बांधें।
3. लोटे में जल भरें और उसमें थोड़ा गंगाजल मिलाएं।
4. कलश में दूर्वा, अक्षत, सुपारी और सिक्के डालें।
5. आम की पांच पत्तियों वाली टहनी को कलश में रखें।
6. नारियल को लाल वस्त्र में लपेटकर कलश के ऊपर रखें।
7. दुर्गा सप्तशती और दुर्गा चालीसा का पाठ करें।
8. नवरात्रि के 9 दिनों तक अखंड ज्योति जलाएं।
शारदीय नवरात्रि को सिद्धि और साधना के दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दौरान लोग आध्यात्मिक और मानसिक शक्ति प्राप्त करने के लिए व्रत, यज्ञ, भजन, और पूजा-अर्चना करते हैं। यह नवरात्रि अन्य सभी नवरात्रियों में सबसे लोकप्रिय और महत्वपूर्ण मानी जाती है।