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नई दिल्ली,न्यूज़ डेस्क (नेशनल थॉटस): संस्कार,संस्कृति की रक्षा व समाज में राक्षसी प्रवृत्ति को मिटाने के अभियान को लेकर कार्य करने वाली संस्था ”श्री देवालय संघ ” की तीसरी मंथन बैठक व काव्य संगोष्ठी का कार्यक्रम आयोजित कियागया। नोएडा के सेक्टर 70 के आरोग्य सेवाश्रम में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ ”डॉ. शकुंतला पांडा” के द्वारा शंख नाद एवं ”गायत्री पाल” (पत्रकार,नेशनल थॉटस) के द्वारा वैदिक मंगलाचरण के साथ हुआ।
कार्यक्रम संयोजक डॉ. धर्मेंद्र मिश्रा,सहयोगी-डॉ. सच्चिदानंद शांडिल्य झा एवं डॉ. मुकेश बाबू गुप्ता ने कार्यक्रम कोसफलता पूर्वक आयोजित करने का दायित्व बखूबी निभाया। इस मौके पर देश के विभिन्न राज्यों से पधारे कवियों ने देश की संस्कृति और संस्कारों पर आधारित अपनी एक से बढ़कर एक रचनाएं पढ़ी और श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया।
संस्कृति और संस्कार हमारी विरासत है-दिनेश उपाध्याय :
नोएडा के सेक्टर 70 में आयोजित कवि सम्मेलन में देश के विभिन्न राज्यों से पधारे कवियों ने अपनी कविताओं के माध्यम से देश की संस्कृति और संस्कारों पर आधारित अपनी कविता पाठ से लोगों को जागरूक किया वहीं अन्य बुद्धिजीवियों ने देश के युवाओं में व्याप्त राक्षसी प्रवृत्ति रोकने के लिए अपने विचार व्यक्त किए।

कार्यक्रम के संयोजक डॉक्टर धर्मेंद्र मिश्रा ने बताया कि इस मौके पर विशिष्ट अतिथि देवालय संघ के संस्थापक ”देव श्री श्री वेद प्रकाश गुप्ता” व आयुष मंत्रालय के पूर्व सदस्य रहे ”दिनेश उपाध्याय”ने बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम में आए लोगों को संबोधित करते हुए कहा की संस्कृति और संस्कार हमारी विरासत है इस धरोहर को कोई भी शक्ति नष्ट नहीं कर सकती इसे जो कोई नष्ट करने का प्रयास करेगा वो स्वयं धरातल में चला जाएगा।
देश में नकारात्मकता का माहौल अधिक है,नई पीढ़ी दिग्भ्रमित हो चुकी है :

इस दौरान ”देव श्री श्री वेद प्रकाश गुप्ता” जी ने देवालय संघ की स्थापना और इसके कार्यों पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि यदि हम अपनी नई पीढ़ी को हमारे देश के गौरवशाली इतिहास से परिचित नहीं करवाएँगे तो यह बहुत बड़ी गलती होगी जिसका खामियाजा हमें आने वाले समय में भुगतना होगा इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इन दिनों देश में नकारात्मकता का माहौल अधिक है नई पीढ़ी दिग्भ्रमित हो चुकी है उसे सही दिशा में लाने के लिए हम सबको मिलकर कार्य करना होगा यही कारण है कि आज हमें संस्कृति को जन-जन तक पहुंचाने के लिए नई पीढ़ी को समय-समय पर जागरूक करते रहना होगा ।
संस्कारों और संस्कृति की रक्षा के लिए एक जुट होना है जरूरी :
इस संस्था के राष्ट्रिय प्रचारक ”दीपक जैन” ने संस्कार और संकृति से अवगत कराते हुये कहा की देश के युवाओं को यह जिम्मेवारी लेनी होगी की हम एकजुट होकर देश में अपने सशक्त संस्कारों और संस्कृति संरक्षण करें। श्री देवालय संघ के उपाध्यक्ष ”नितिन बात्रि” ने उपस्थित महानुभवों का धन्यवाद प्रकट करते हुए कहा की शक्तिशाली बनने के लिए हम सबको संस्कृति रक्षक बनना होगा।
देश से राक्षसी वृत्ती को मिटाने के लिए हमें आत्मबल को मजबूत करने एवं संगठित होने की आवश्यक्ता है। यह तभी संभव है जब हम अपने बच्चों को बाल्यकाल से ही देश के गौरवशाली इतिहास ,अच्छे संस्कारों और हमारी समृद्ध संस्कृति से परिचित करवाएंगे। इस दौरान देवालय संघ के स्थापक ”देव श्री श्री वेद प्रकाश गुप्ता” जी ने कवि संगोष्ठी में आए सभी कवियों को ”कवि भूषण” सम्मान से नवाजा़।