पश्चिम बंगाल के विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने गुरुवार को पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में बुधवार को रामनवमी जुलूस के दौरान हुई झड़पों के लिए ममता बनर्जी को जिम्मेदार ठहराया, जिसमें चार लोग घायल हो गए। उन्होंने हिंसा की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से जांच कराने की मांग की है।
मुख्यमंत्री के भड़काऊ भाषण के कारण पश्चिम बंगाल राज्य में विभिन्न स्थानों पर रामनवमी जुलूस को बाधित किया गया और उन पर हमला किया गया, जिससे उपद्रवियों को सफलतापूर्वक उकसाया गया। उन्हें आश्वासन दिया गया था कि कानून प्रवर्तन एजेंसी उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं करेगी क्योंकि उनके हाथ बंधे हुए हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता ने एक्स पर पोस्ट किया कि गों का दिन बताने वाले रामनवमी पर सीएम के सार्वजनिक रुख के कारण ही ये देखने को मिला।
सुवेंदु की टिप्पणी बंगाल में एक रैली में बनर्जी द्वारा दिए गए विवादास्पद बयान के संदर्भ में है। टीएमसी प्रमुख ने कहा कि अगर आप उन्हें (बीजेपी) 17 अप्रैल को नारेबाजी करते हुए देखते हैं, तो यह उनका (बीजेपी का) दंगा का दिन है। अधिकारी ने कहा कि मैंने माननीय राज्यपाल को एक पत्र लिखा है।
डॉ. सी.वी. आनंद बोस ने उन्हें 17.04.2024 को रामनवमी के अवसर पर निकाले गए जुलूसों पर हुए हमलों के संबंध में अवगत कराते हुए उसे बिगड़ती कानून व्यवस्था की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए तुरंत हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया, साथ ही घटनाओं की जांच राष्ट्रीय स्तर पर एनआईए से कराने का अनुरोध किया।