कोलकाता, 5 अप्रैल श्यामा प्रसाद मुखर्जी पोर्ट (एसएमपी), कोलकाता ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। 1870 में अपनी स्थापना के बाद से, 2023-24 के वित्तीय वर्ष में पोर्ट ने अब तक का सबसे अधिक माल चढ़ाने-उतारने (कार्गो हैंडलिंग) का कीर्तिमान स्थापित किया है। यह उपलब्धि पोर्ट के अथक प्रयासों और भारत सरकार के “सागरमाला” पहल के समर्थन के कारण संभव हो पाई है।
मुख्य बिंदु:
- अप्रैल 2023 से मार्च 2024 तक: 68.2 मिलियन टन कार्गो हैंडलिंग
- पिछले वर्ष की तुलना में वृद्धि: 12.5%
- मुख्य कार्गो: कोयला, खनिज, धातु, उर्वरक, कंटेनर
- प्रमुख योगदानकर्ता: हल्दिया डॉक कॉम्प्लेक्स (एचडीसी) और कोलकाता डॉक सिस्टम (केडीएस)
- सुविधाओं में सुधार: बर्थ की गहराई बढ़ाना, आधुनिक उपकरणों का उपयोग, बेहतर कनेक्टिविटी
इस उपलब्धि के महत्वपूर्ण प्रभाव:
- आर्थिक विकास: रोजगार सृजन, व्यापार को बढ़ावा, क्षेत्रीय विकास
- बंदरगाह की प्रतिस्पर्धात्मकता में वृद्धि: वैश्विक बाजार में बेहतर स्थान
- भारत सरकार की “सागरमाला” पहल को मजबूती: समुद्री परिवहन को बढ़ावा देना
एसएमपी के बारे में:
- भारत के प्रमुख बंदरगाहों में से एक 153 वर्षों का गौरवशाली इतिहास विभिन्न प्रकार के कार्गो को संभालने की क्षमता
- आधुनिक सुविधाओं और उपकरणों से युक्त
- भारत सरकार के “सागरमाला” पहल का महत्वपूर्ण हिस्सा